US: डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व सलाहकार स्टीव बैनन ने दावा किया है, ट्रंप 2024 में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेंगे

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन से इतनी जल्दी हार नहीं मानने वाले हैं. 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हार का सामने करने वाले और नतीजों को नकारने वाले ट्रंप ने एक बार फिर चुनाव लड़ने की योजना बनाई है

Update: 2021-07-04 05:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन (Joe Biden) से इतनी जल्दी हार नहीं मानने वाले हैं. 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हार का सामने करने वाले और नतीजों को नकारने वाले ट्रंप ने एक बार फिर चुनाव लड़ने की योजना बनाई है. हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप ने कभी भी अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की खुलकर घोषणा नहीं की है. लेकिन इसके बावजूद उनके समर्थक और आलोचकों का मानना है कि वह 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए मैदान में हो सकते हैं. इस तरह वह एक बार फिर ओवल ऑफिस के लिए चुनाव लड़ सकते हैं.

डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व सलाहकार स्टीव बैनन (Steve Bannon) ने शनिवार को ऐलान किया कि उनके पूर्व बॉस 2024 में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेंगे. हालांकि, ट्रंप में अभी तक राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेने को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. ट्रंप के चार व्हाइट हाउस (White House) प्रेस सचिवों में से पहले सचिव रहे स्टीव बैनन ने सीन स्पाइसर के न्यूजमैक्स केबल शो 'स्पाइसर एंड कंपनी' पर कहा कि डोनाल्ड ट्रंप 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में एक बार फिर मैदान में होंगे. इस बात में किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए.
ट्रंप की कंपनी पर लगे टैक्स फ्रॉड के आरोप महज साजिश: स्टीव बैनन
वहीं, स्टीव बैनन ने डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी पर लगे टैक्स फ्रॉड (Tax Fraud on Donald Trump) के आरोपों को साजिश बताते हुए खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह सब न्यूयॉर्क के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी, अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स (Attorney General Letitia James) द्वारा रची गई एक साजिश है. वे डोनाल्ड ट्रंप पर झूठे आरोपों को लगाना चाहते हैं. बैनन ने जोर देकर कहा कि ट्रंप के ऊपर लगे इन आरोपों के बाद भी वह रुकने वाले नहीं हैं.
ट्रंप की कंपनी पर क्या हैं आरोप?
न्यूयॉर्क राज्य ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी और उसके लंबे समय से सीएफओ रहे एलन वीसेलबर्ग (Alan Weiselberg) पर टैक्स चोरी का आरोप लगाया है. अभियोजक ने आरोप लगाया कि ट्रंप की कंपनी ने अपार्टमेंट किराए, कारों और स्कूल की फीस के भुगतान के रूप में अधिकारियों को 1.7 मिलियन डॉलर से अधिक का इनाम दिया. लेकिन इस भुगतान की किसी भी रिकॉर्ड में जानकारी नहीं है. गौरतलब है कि ट्रंप की कंपनियां पहले भी टैक्स से जुड़े मामलों में फंस चुकी हैं.
पहली बार ट्रंप की कंपनी पर दर्ज हुआ मामला
इस मामले में ट्रंप पर आरोप नहीं लगाया गया है, लेकिन अभियोजकों ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने एक कथित धोखाधड़ी योजना से जुड़े चेक पर हस्ताक्षर किए. एक उच्च पदस्थ अभियोजक ने कहा कि 15 साल पुरानी इस साजिश को ट्रंप संगठन के सबसे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रचा गया था. न्यूयॉर्क के अधिकारी दो साल से ट्रंप के कारोबारी तौर-तरीकों की जांच कर रहे हैं. इस बीच पहली बार ट्रंप की कंपनी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है.


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