अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन से आए लोगों से की मुलाकात, बाइडन ने पोलैंड को हर संभव मदद का दिया भरोसा
बाइडन ने पोलैंड को हर संभव मदद का दिया भरोसा
वारसा, रायटर। यूक्रेन में चल रहे युद्ध के दौरान पड़ोसी देश पोलैंड पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शरणार्थी यूक्रेनी नागरिकों से मुलाकात की है। बाइडन ने इन शरणार्थियों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है। यूक्रेन से भागकर सर्वाधिक 22 लाख लोग पोलैंड आए हैं। बाइडन ने पोलैंड में तैनात अमेरिकी सैनिकों से भी मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सीमावर्ती शहर जेसजोव में पोलैंड के समकक्ष आंद्रजेज डूडा के साथ बैठक भी की। बातचीत में शरणार्थियों के लिए सहायता के साथ ही द्विपक्षीय मसलों पर भी चर्चा हुई। बाइडन ने तनाव के दौर में डूडा को हर तरह की मदद का आश्वासन भी दिया।
रूस के खिलाफ अभियान जारी रखेगा जी 7
जी 7 देशों के नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर यूक्रेन पर हमले के लिए रूसी राष्ट्रपति पुतिन और बेलारूस सरकार के खिलाफ अभियान जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया है। कहा है कि जी 7 दुनिया भर में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर रूस और बेलारूस को कमजोर करने के प्रयास जारी रखेगा।
पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ छेड़ा संपूर्ण युद्ध
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ संपूर्ण युद्ध छेड़ दिया है। वे रूस को पूरी तरह से अस्थिर करके बर्बाद करना चाहते हैं। पश्चिमी देश रूस और रूसी मूल के लोगों की अर्थव्यवस्था, कारोबार और संपत्तियों को निशाना बना रहे हैं। लावरोव ने कहा, पश्चिमी देशों के इन कुप्रयासों के बावजूद रूस अलग-थलग नहीं पड़ेगा और न ही रूस बर्बाद होगा। पूरी दुनिया में रूस के बहुत सारे मित्र, सहयोगी और साझीदार हैं। रूस उनके साथ कार्य करते हुए आगे बढ़ता रहेगा।
जी 20 से अलग होने पर खास फर्क नहीं पड़ेगा
दुनिया के आर्थिक रूप से संपन्न देशों के समूह जी 20 से रूस को निकालने की अमेरिकी कोशिश पर रूस ने कहा है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अमेरिका इस सिलसिले में कोशिश पहले ही शुरू कर चुका है जबकि गुरुवार को वहां के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सार्वजनिक रूप से बयान दिया है। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा, जी 20 के ज्यादातर सदस्य देश पहले से रूस के खिलाफ आर्थिक युद्ध छेड़े हुए हैं, इसलिए जी 20 से अलग होने से रूस पर खास फर्क नहीं पड़ेगा। प्रवक्ता ने कहा, यूक्रेन में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की चर्चा अमेरिका ध्यान भटकाने के लिए कर रहा है।
पुतिन के खिलाफ लेख पर मुकदमा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या की आशंका से जुड़ा अमर्यादित लेख प्रकाशित करने पर इटली में एक अखबार के खिलाफ मुकदमा दायर हुआ है। यह मुकदमा रोम में रूसी राजदूत ने अखबार ला स्टांपा पर दायर किया है। रूसी राजदूत सर्गेई राजोव ने कहा है कि यह लेख पत्रकारिता के नियमों और नैतिकता के खिलाफ है।