यूक्रेन ने मार गिराया एक और टॉप रूसी जनरल, युद्ध की 'बलि' चढ़ रहे रूस के शीर्ष सैन्य अधिकारी
युद्ध की ‘बलि’ चढ़ रहे रूस के शीर्ष सैन्य अधिकारी
यूक्रेन की सेना (Ukraine Army) ने एक और टॉप रूसी जनरल को मार गिराया है. रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के सैनिकों द्वारा यूक्रेन (Ukraine) पर हमला करने के बाद से अब तक पांच रूसी जनरल की मौत हो चुकी है. रूस की 8वीं संयुक्त शस्त्र सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट-जनरल आंद्रेई मोर्दविचेव (Andrei Mordvichev) यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसान के पास चोरनोबाइवका में लड़ाई में मारे गए. इससे पहले, मेजर-जनरल ओलेग मित्येव (47) बुधवार को मारियुपोल में मारे गए. इस तरह युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक मारे गए टॉप रूसी अधिकारियों की कुल संख्या 13 हो गई है.
रूसी जनरल के मारे जाने की खबर ऐसे समय पर आई है, जब यूक्रेन ने आज सुबह दावा किया कि उसने पिछले 24 घंटों में दो रूसी विमानों और तीन हेलीकॉप्टरों को मार गिराया है. रूस की 8वीं जनरल आर्मी के कमांडर लेफ्टिनेंट-जनरल आंद्रेई मोर्दविचेव कल रात लड़ाई के दौरान मारे गए. माना जा रहा है कि रूसी जनरल की मौत सेना के कब्जे वाले खेरसान एयरपोर्ट पर हुई है, क्योंकि इस एयरपोर्ट पर पिछले कुछ दिनों से लगातार यूक्रेन की सेना द्वारा मिसाइल दागी जा रही है. यूक्रेन की सेना ने सुबह कहा कि उसने पिछले दिनों रूस के 12 टारगेट पर हमला किया है. यूक्रेन का कहना है कि रूस लगातार युद्ध में नुकसान झेल रहा है.
मारियुपोल में सात सदस्यों के साथ मारे गए रूसी जनरल ओलेग मित्येव
कीव में यूक्रेन की सेना के जनरल स्टाफ ने एक बयान में कहा, 'यूक्रेन के सशस्त्र बलों द्वारा रूस पर हमला करने के बाद रूसी संघ के सशस्त्र बलों के दक्षिणी सैन्य जिले की 8वीं ऑल-मिलिट्री आर्मी के कमांडर लेफ्टिनेंट-जनरल आंद्रेई मोर्दविचेव मारे गए.' इससे पहले यूक्रेन ने बताया कि बुधवार को 47 वर्षीय मेजर-जनरल ओलेग मित्येव को मारियुपोल में SWAT टीम के सात सदस्यों के साथ मार गिराया गया. यूक्रेन के गृह मंत्रालय के सलाहकार एंटन गेराशेंको ने रूसी सैन्य जनरल की तस्वीर को रिलीज भी किया था. यूक्रेन की सेना के मुताबिक, 150वीं मोटराइज्ड राइफल डिवीजन के कमांडर युद्ध में मरने वाले चौथे रूसी जनरल थे.
रूस को पीढ़ियों तक चुकानी पड़ेगी युद्ध की कीमत: जेलेंस्की
इससे पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेनाएं बड़े शहरों को घेर रही हैं. इस तरह की दयनीय स्थिति पैदा करना चाहती हैं कि यूक्रेन के नागरिकों को उनका सहयोग करना पड़े. जेलेंस्की ने चेताया कि ये रणनीति सफल नहीं होगी और अगर रूस युद्ध को समाप्त नहीं करता है तो उसे लंबे समय में नुकसान उठाना पड़ेगा. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) पर जानबूझकर 'मानवीय संकट' पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'क्षेत्रीय अखंडता बहाली और यूक्रेन के लिए न्याय का समय आ गया है. ऐसा नहीं करने की सूरत में रूस को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, जिससे वे पीढ़ियों तक उभर नहीं पाएंगे.'