समुद्री थूक से मुसीबत, तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा-जल्द निकालेंगे समाधान
इतिहास में पहली इतनी बड़ी मात्रा में समुद्री थूक निकला है
इतिहास में पहली इतनी बड़ी मात्रा में समुद्री थूक निकला है. ऐसा लगता है कि यह समुद्री थूक की सुनामी है. जिसने मारमारा सागर के तटों को अपने कब्जे में कर लिया है.
समुद्री थूक से मुसीबत
इस्तांबुल: तुर्की इन दिनों 'सफेद थूक' की वजह से मुसीबत में है. इस मुसीबत से निपटने के लिए राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन को भी जूझना पड़ रहा है. दरअसल तुर्की की राजधानी इस्तांबुल के पास स्थित मारमारा सागर (Marmara Sea) के तटों पर ये समुद्री थूक जमा हो गया है. इस चिपचिपे पदार्थ की वजह से लोग तटों के पास जा नहीं रहे हैं. पर्यटकों को रोक दिया गया है.
समंदर में बड़ी मुसीबत
इस मुसीबत के चलते मछुआरें मछली पकड़ने नहीं जा पा रहे हैं, क्योंकि इस पदार्थ की वजह से नाव का निचला हिस्सा और मोटर खराब हो रहे हैं. समुद्री थूक तब बनता है जब सागरों में मौजूद एल्गी में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है. ऐसे जलीय प्रदूषण और क्लाइमेट चेंज की वजह से होता है.
राष्ट्रपति का बयान
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) ने कहा है कि वो जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालेंगे और अपने लोगों को इस परेशानी से बचा लेंगे. क्योंकि समुद्री थूक की वजह से समुद्री जीवों और मछली व्यवसाय पर असर पड़ रहा है.
गंदा पानी है वजह
राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने कहा कि इस समस्या की जड़ है सीवेज का वो पानी जिसका ट्रीटमेंट नहीं किया जा रहा है. इसे सीधे समुद्र में डाला जा रहा है. जिसकी वजह से समुद्री जल का तापमान बढ़ता जा रहा है. यह बड़ी समस्या है. अगर यह समूद्री थूक काला सागर तक पहुंच गई तो यह समस्या और विकराल हो जाएगी.
पहली बार खड़ी हुई ये मुसीबत
रायटर्स की खबर के मुताबिक, मारमारा सागर में पनपे समुद्री थूक की मात्रा बहुत ज्यादा है. इतिहास में पहली इतनी बड़ी मात्रा में समुद्री थूक निकला है. ऐसा लगता है कि यह समुद्री थूक की सुनामी है. जिसने मारमारा सागर के तटों को अपने कब्जे में कर लिया है.