तिरुमूर्ति: अफगानिस्तान में बदले राजनीतिक हालात से पड़ोसी देशों में बढ़ा आतंकवाद
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पड़ोसी देशों में जारी आतंकवाद के मुद्दे को उठाया।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में पड़ोसी देशों में जारी आतंकवाद के मुद्दे को उठाया। साथ ही अलकायदा के साथ मिलकर काम करने वाले हक्कानी नेटवर्क का जिक्र करते हुए अफगानिस्तान में तालिबान के काबिज होने के बाद आतंकी घटनाओं के बढ़ने की बात कही। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने बुधवार को कहा, 'हमारे पड़ोसी देशों में आतंकवाद के खतरे का मामला हम लगातार उठा रहे हैं। अफगानिस्तान में राजनीतिक हालात में हुए बदलाव से ये सुरक्षा चिंताएं और बढ़ गई हैं।'
अफगानिस्तान के राजनीतिक बदलाव से आतंकवाद को बढ़ावा
तिरुमूर्ति ने कहा कि वह अपने पड़ोस में आतंकवाद के खतरों को लगातार उजागर कर रहे हैं और इन सुरक्षा आशंकाओं को अफगानिस्तान में बदली हुई राजनीतिक स्थिति ने और बढ़ा दिया गया है। भारत के प्रतिनिधि ने कहा, 'अलकायदा और आइएसआइएल-के के साथ मिलकर काम करने वाले हक्कानी नेटवर्क की हरकतों से हमारी चिंताएं बढ़ गई हैं।'
एक निगरानी दल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि अफगानिस्तान में बदली हुई परिस्थितियों से वहां अल कायदा और अन्य आतंकी संगठनों के लिए हालात बहुत अनुकूल हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बुधवार को ब्रीफिंग के दौरान भारतीय स्थायी प्रतिनिधि ने आतंकवाद से अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को गंभीर खतरे से आगाह किया। महासचिव की 14वीं रिपोर्ट में आइएसआइएल (दाएश) द्वारा अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए उत्पन्न खतरे पर प्रकाश डाला गया है।