786 कर्मचारियों को दिखाया बाहर का रास्ता, फिर...

Update: 2022-04-03 07:18 GMT

नई दिल्ली: जूम कॉल पर 786 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने वाली ब्रिटिश शिपिंग कंपनी P&O Ferries अब मुश्किल में हैं. कंपनी के कामकाज के तरीके को लेकर जांच शुरू हो गई है. 'द गार्डियन' की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के खिलाफ आपराधिक एवं सिविल जांच (क्रिमिनल और सिविल इंवेस्टीगेशन) शुरू हुई है. कंपनी ने 786 कर्मचारियों को बिना किसी नोटिस या विचार-विमर्श के नौकरी से निकाल दिया था.

इंसॉल्वेंसी सर्विस ने कहा है, "सरकार के रिक्वेस्ट पर इन्क्वॉयरी के बाद, रिडंडेंसी पाए जाने पर हमने औपचारिक तौर पर क्रिमिनल और सिविल इंवेस्टीगेशन शुरू की है."
ब्रिटेन के बिजनेस मामलों के मंत्री क्वासी क्वारतेंग ने इस बात को कंफर्म किया है. उन्होंने एक ट्वीट कर कहा है, "पिछले सप्ताह इंसॉल्वेंसी सर्विस को लिए गए मेरे पत्र के बाद P&O Ferries के खिलाफ फॉर्मल तौर पर क्रिमिनल और सिविल इंस्टीगेशन शुरू हो गई है. जांच आगे बढ़ने के साथ मैं और ट्रांसपोर्ट मंत्री ग्रांट शैप्स इस मामले पर करीबी निगाह रखेंगे."
P&O Ferries के चीफ एग्जीक्युटिव Peter Hebblethwaite ने पिछले सप्ताह हाउस ऑफ कॉमन्स की असाधारण सुनवाई के दौरान स्वीकार किया था, "इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हमें यूनियन्स से विचार-विमर्श करना चाहिए था...हमने ऐसा नहीं किया."
शिपिंग कंपनी ने 17 मार्च को अपने कर्मचारियों को एक वीडियो मैसेज भेजा था. इस मैसेज में कंपनी ने कहा कि अब वह थर्ड पार्टी क्रू प्रोवाइडर की मदद से अपना ऑपरेशन चलाएगी. इसलिए 'आप सभी लोगों की सर्विस (नौकरी) तत्काल प्रभाव से टर्मिनेट की जाती है. आज आपकी नौकरी का अंतिम दिन है.'
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