यूक्रेन में पकड़े गए रूसी सैनिकों ने किया खुलासा, कहा- देश वापस जाने पर है जान का खतरा
रूस और यूक्रेन की बीच जंग जारी है. रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव की सीमा पर पहुंच गई है. ऐसे में कभी भी निर्णायक स्थिति आ सकती है. इसी बीच यूक्रेन की सेना ने कई रूसी सैनिकों को पकड़ा है
रूस और यूक्रेन की बीच जंग जारी है. रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव की सीमा पर पहुंच गई है. ऐसे में कभी भी निर्णायक स्थिति आ सकती है. इसी बीच यूक्रेन की सेना ने कई रूसी सैनिकों को पकड़ा है. उन्होंने पूछताछ के दौरान चौंकाने वाला खुलासा किया है.
मौत का है डर
यूक्रेन की सेना द्वारा पकड़े गए रूसी सैनिकों ने कहा है कि अगर वे स्वदेश लौटे तो उन्हें फायरिंग दस्ते से मौत का डर है. डेली टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, कीव में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए द्वितीय मोटर राइफल डिवीजन के एक सैनिक ने कहा कि रूस लौटने पर उन्हें मारे जाने का डर है.
उन्होंने बताया कि रूस में हमें पहले से ही मृत मान लिया गया है. पकड़े गए सैनिकों में से एक ने कहा कि मुझे अपने माता-पिता को फोन करने का अवसर दिया गया था और उन्होंने मुझे बताया कि मेरे लिए अंतिम संस्कार की व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है. अगर अदला- बदली की जाती है, तो हमें अपने ही लोगों द्वारा गोली मार दी जाएगी.
नागरिकों को बचाने पर मारी गोली
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, पकड़े गए एक अन्य रूसी सैनिक ने बताया कि कैसे यूक्रेन के नागरिकों को बचाने की कोशिश में उनके साथी सैनिकों ने उन्हें गोली मार दी थी. 24 फरवरी को खारकीव में रूसी सैनिकों को नागरिकों पर गोली चलाने का आदेश दिए जाने के बाद उनके साथी एक लेफ्टिनेंट एक महिला और उसकी मां को बचाने की कोशिश करते समय अपनी ही तरफ से मारे गए थे.
रूसी हमला अव्यवस्थित
पकड़े गए सैनिक ने दावा किया कि उन्हें पैर में गोली लगी थी और लेफ्टिनेंट की मौत हो गई, जब अन्य सैनिकों ने महसूस किया कि यह जोड़ी नागरिकों पर गोली नहीं चला रही थी. एक ब्रिटिश खुफिया कंपनी द्वारा प्राप्त वॉयस रिकॉडिर्ंग के अनुसार, इससे पहले पकड़े गए रूसी सैनिकों ने कहा था कि यूक्रेन पर आक्रमण पूरी तरह से अव्यवस्थित था.