कांगो रिपब्लिक : मिलिशिया लड़ाकों का आतंक, 23 लोगों को उतारा मौत के घाट
संदिग्ध ADF मिलिशिया लड़ाकों ने डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) के पूर्वी हिस्से में कत्लेआम करते हुए 23 लोगों की हत्या कर दी है.
संदिग्ध ADF मिलिशिया लड़ाकों ने डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) के पूर्वी हिस्से में कत्लेआम (Massacre) करते हुए 23 लोगों की हत्या कर दी है. एक वरिष्ठ स्थानीय अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. देश के नॉर्थ किवु प्रांत (North Kivu) के गवर्नर कार्ली नाजुनु कासविता (Carly Nzanzu Kasivita) ने बताया कि मंगलवार देर रात रेस्टिव बेनी क्षेत्र में बीयू मान्यामा-मोलिसो गांव पर हमला किया. उन्होंने कहा कि सेना ने कार्रवाई करते हुए दो हमलावरों को ढेर कर दिया.
बेनी में ग्रासरूट समूहों के संघ का अध्यक्ष नोला कटोंगरवाकी मुलियाव्यो ने बताया कि हम इस घटना पर बेहद अफसोस है. ADF ने गांव पर छापा मारा और 20 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतार दिया. बीयू मान्यामा-मोलिसो बेनी क्षेत्र के दूरदराज जंगलों में स्थित एक छोटा सा गांव है. ये गांव इतुरी प्रांत के बेहद नजदीक है. युगांडा इस्लामवादी समूह 'एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेस' (ADF) का सशस्र मिलिशिया समूह है. ये आतंकी संगठन पूर्वी DRC में खासा सक्रिय है.
सैकड़ों लोगों की हत्या कर चुका है ADF
अमेरिका ने इस महीने की शुरुआत में बताया कि ADF के संबंध खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से हैं. DRC के अशांत पूर्वी इलाके पर नजर रखने वाले एक NGO ने किवू सिक्योरिटी ट्रैकर के मुताबिक, इस चरमपंथी संगठन ने 2017 से अकेले बेनी क्षेत्र में 1,200 से अधिक नागरिकों की निर्मम तरीके से हत्या की है. 19 मार्च को संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस साल की शुरुआत से ADF के हमलों में हुई वृद्धि के चलते करीब 200 लोगों की मौत हुई है और 40,000 लोगों को घरों को छोड़कर भागना पड़ा है. 23 मार्च को हुए अलग-अलग हमलों में 17 लोगों की मौत हुई.
अशांत पूर्वी हिस्से में शांति स्थापित करने के लिए मांगी पड़ोसी देशों की मदद
DRC की सेना ने कहा कि वह देश के पूर्वी क्षेत्र में सशस्त्र समूहों से निपटने के लिए पड़ोसी देशों की सेनाओं से भी मिली है. इनसे इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए मदद मांगी गई है. ग्रेट लेक्स क्षेत्र में शांति स्थापित करने को लेकर बनाई जाने वाली उपयुक्त रणनीति के लिए पड़ोसी देशों की सभी सेनाओं के साथ संपर्क किया है. सेना के प्रवक्ता जनरल लियोन-रिचर्ड कासोंगा ने कहा कि DRC सैन्य सहयोग को मजबूत करने, क्षेत्र में सेनाओं के बीच नियमित परामर्श और खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान के पक्ष में है.