पाकिस्तान मे सिलसिलेवार धमाकों से हिला पड़ोसी मुल्क, 96 लोगों की मौत, बेकसूर आवाम ने भुगती आतंक को पालने की सजा

पाकिस्तान में 23 जून 2017 को तीन धमाके हुए जिसमें 96 लोगों की मौत हुई और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए.

Update: 2021-06-23 06:29 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान (Pakistan) ने दशकों से अपनी धरती पर आतंक को पनाह दी है. इस वजह से भारत समेत इसके पड़ोसी मुल्कों में आतंकवादी घुसपैठ करते रहे हैं और आतंकी घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि आतंक के पनाहगाह पाकिस्तान को खुद अपनी 'नापाक' हरकतों का अंजाम नहीं भुगतना पड़ा है. इन आतंकियों ने कई बार पाकिस्तान के निर्दोष लोगों का भी खून बहाया है. ऐसा ही एक आतंकी हमला आज ही के दिन पाकिस्तान के तीन शहरों में हुआ, जिसमें 96 लोगों की मौत हुई और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए.

23 जून 2017 को पाकिस्तान में सिलसिलेवार ढंग से कई धमाके हुए. इसमें क्वेटा में पुलिसकर्मियों को निशाना बनाकर आत्मघाती हमला किया गया. इसके बाद पाराचिनार के एक बाजार में दो धमाके हुए और फिर कराची में चार पुलिसकर्मियों की टार्गेट कर हत्या की गई. क्वेटा में हुए हमले की जिम्मेदारी जमात-उल-अहरार और ISIL ने ली. जबकि कराची और पाराचिनार में हुए हमले की जिम्मेदारी किसी भी आतंकी संगठन ने नहीं ली. पाकिस्तानी सेना ने बताया कि इन हमलों को अफगानिस्तान में बसे आंतकियों ने समन्वित किया था.
क्वेटा में आईजी के दफ्तर के पास हुआ धमाका
क्वेटा में सुबह के समय पुलिसकर्मियों को निशाना बनाते हुए एक आत्मघाती कार धमाका हुआ. हमलावर ने शहर के आईजी के दफ्तर को निशाना बनाते हुए कार से उनके दफ्तर की दीवार को टक्कर मारी. लेकिन बम फटा नहीं. इसके बाद बम होने की जानकारी से अनजान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कार को वहां से हटाया और घायल हमलावर से बैठने को कहा. लेकिन तभी हमलावर ने बैठने से इनकार कर दिया और बम का ट्रिगर दबा दिया. इस हमले में सात पुलिसकर्मियों समेत 14 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा 20 अन्य लोग भी मारे गए.
दो धमाकों से हिला पाराचिनार, 72 लोगों की हुई मौत
अभी क्वेटा में हुए धमाकों की जानकारी लोगों तक पहुंच ही रही थी कि कुछ घंटे बाद ही खैबर पख्तूनख्वा के पाराचिनार शहर में एक बाजार में दो धमाके हुए. पाराचिनार में शिया बहुल इलाका है, जिसकी सीमाएं अफगानिस्तान से लगती हैं. शाम पांच बजे सबसे पहला धमाका तुरी मार्केट में हुआ. इसके बाद लोगों की भीड़ घायलों की मदद में जुट गई. इसके कुछ देर बाद ही एक आत्मघाती हमलावर ने लोगों की भीड़ इकट्ठा होते देख खुद को बम से उड़ा लिया. यहां पर 72 लोगों की मौत हुई और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए.
वहीं, पाकिस्तान के कराची में एक अज्ञात हमलावर ने इसी दिन पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया. यहां गौर करने वाली बात ये है कि धर्म के नाम पर लोगों का खून बहाने वाले आतंकियों ने पुलिसकर्मियों की हत्या तब की जब वे इफ्तार कर रहे थे. इस हमले में चार पुलिसकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई.


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