NATO की डरा देने वाली रिपोर्ट हुई लीक, जानें रूस का खतरनाक प्लान

नाटो ने चेतावनी दी है कि रूस अपने 'सर्वनाश के हथियार' पोसाइडन को तैनात करने की तैयारियों में जुटा हुआ है. उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने अपने सदस्यों को चेतावनी दी है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हथियार पोसाइडन का इस्तेमाल कर सकते हैं.

Update: 2022-10-05 00:51 GMT

 नाटो ने चेतावनी दी है कि रूस अपने 'सर्वनाश के हथियार' पोसाइडन को तैनात करने की तैयारियों में जुटा हुआ है. उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने अपने सदस्यों को चेतावनी दी है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हथियार पोसाइडन का इस्तेमाल कर सकते हैं. बीते सप्ताह के अंत में नाटो ने एक चेतावनी नोट जारी किया था जो इतालवी मीडिया में लीक हो गया था. नोट के अनुसार रूस का खतरनाक पोसाइडन हथियार आर्कटिक सर्कल में अपने बेस से कारा सागर की ओर जा रहा है.

चेतावनी नोट में क्या कहा?

नोट के अनुसार रूस की विशाल परमाणु पनडुब्बी बेलगोरोड आर्कटिक सर्कल में अपनी जगह से गायब है. इस बारे में रूस के हमलों का सामना कर रहे यूक्रेन ने मीडिया पर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया है. साथ ही मीडिया से अफवाहों को न फैलाने का आग्रह किया. यूक्रेन ने ला रिपब्लिका पर "सूचना हेरफेर" का आरोप लगाते हुए कहा कि नाटो वेबसाइट पर ऐसी कोई चेतावनी प्रकाशित नहीं की गई है, मीडिया द्वारा इस तरह के निराधार बयान केवल रूसी संघ के सूचना आतंकवाद को तेज करते हैं.

क्या है पोसाइडन?

यह एक 'इंटरकांटिनेंटल न्यूक्लियर-पावर्ड न्यूक्लियर-आर्म्ड ऑटोनॉमस टॉरपीडो' है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह पानी के भीतर बड़ी दूरी की यात्रा करने में सक्षम है. पोसाइडन का विस्फोट 1,600 फीट की परमाणु सुनामी को ट्रिगर कर सकता है. जिससे तटीय शहरों को डुबाने के लिए डिजाइन किया गया है.

2018 में पुतिन ने की थी घोषणा

नेक्स्ट जेनरेशन के इस हथियार की घोषणा रूसी राष्ट्रपति द्वारा 2018 में की गई थी. रूसी मीडिया के अनुसार, प्रलय के दिन का हथियार पानी के नीचे 6,000 मील तक की यात्रा कर सकता है. यह दो मेगाटन का विस्फोट पैक करता है. यह "लिटिल बॉय" के परमाणु विस्फोट से 130 गुना अधिक है. "लिटिल बॉय" परमाणु बम ने अगस्त 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान में हिरोशिमा को तबाह कर दिया था.

नहीं हुआ पोसाइडन परीक्षण

डेली मेल के अनुसार परमाणु हथियारों के परीक्षण पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध के कारण रूस द्वार पोसाइडन हथियार का परीक्षण कभी नहीं किया गया है. यदि रूस अभी इसका परीक्षण करता है, तो यह राष्ट्र द्वारा एक अत्यधिक "उत्तेजक" कदम होगा.


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