मॉडर्ना के टीके के तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे आए सामनेम, जानिए शोधकर्ताओं ने क्या कहा
अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना के टीके के तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे सामने आए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना के टीके के तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे सामने आए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, शोध पत्रिका 'द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन' में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया है कि यह वैक्सीन संक्रमण को रोकने और गंभीर बीमारी की स्थिति में 94.1 फीसद असरदार है। शोधकर्ताओं का कहना है कि नतीजे बताते हैं कि यह टीका कोविड-19 के खिलाफ 94.1 फीसद असरदार है।
महामारी की रोकथाम में मददगार
अमेरिका में ब्रिघम एंड विमेंस हॉस्पिटल में हुए परीक्षण में पाया गया कि टीका बेहद कारगर है और महामारी की रोकथाम में मददगार हो सकता है। अस्पताल में संक्रामक रोग विशेषज्ञ लिंडसे बैडेन ने बताया कि अगले महीने तक इस बारे में और डाटा मौजूद होगा जिससे कि हम टीके के असर के बारे में और बेहतर तरीके से बता पाएंगे। अब तक के नतीजे बताते हैं कि वैक्सीन 94.1 फीसद कारगर है।
गंभीर बीमारी की स्थिति में भी कारगर
अध्ययन की सह-लेखक लिंडसे बैडेन ने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि वैक्सीन गंभीर बीमारी की स्थिति में भी कारगर है। आंकड़े बताते हैं कि वैक्सीन से कुछ समय के लिए संक्रमण और मौतों की संख्या को थामा जा सकता है। इस अध्ययन में अमेरिका के 99 जगहों से 30,420 वयस्कों को शामिल किया गया। इसमें हर नस्ल, उम्र के लोग शामिल थे। यही नहीं 30 हजार से ज्यादा लोगों को औचक तरीके से टीका या प्लासेबो (छद्म टीका) दिया गया।
चीन ने सिनोफार्म के टीके को मंजूरी दी
इस बीच चीन ने सरकारी कंपनी सिनोफार्म द्वारा विकसित कोविड वैक्सीन को सशर्त मंजूरी दी है। सिनोफार्म का दवा है कि अंतिम एवं तीसरे चरण के प्रारंभिक नतीजों में पाया गया है कि उसकी वैक्सीन संक्रमण से बचाव में 79.3 फीसद तक प्रभावी है। वहीं चीनी अधिकारियों का दावा है कि डब्ल्यूएचओ के मानकों की तुलना में सिनोफार्म की वैक्सीन के नतीजे 50 फीसद तक बेहतर हैं।
ब्रिटेन ऑक्सफर्ड की वैक्सीन पर लगा चुका है मुहर
चीन अमेरिकी कंपनी फाइजर और मॉर्डना की वैक्सीन को भी अधिकृत कर चुका है। पहली बार है जब चीन ने अपने देश में बनाए जा रहे वैक्सीन में से एक को मंजूरी दी है। ब्रिटेन ने बीते दिनों दुनिया में सबसे पहले देश के तौर पर ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन को मंजूरी दी थी। मालूम हो कि सिनोफार्म उन पांच चीनी कंपनियों में है जो टीका बनाने की वैश्विक दौड़ में शामिल हैं।