एकतरफा प्यार,क्लोए ऐलिंग के कैरियर बनाने के लिए रचा किडनैपिंग का खेल
क्लोए ऐलिंग उस समय महज 20 साल की थी. वो एक बच्चे की मां थी और मॉडलिंग में अपना करियर बना रही थी
लंदन/मिलान: साल 2017, तारीख- 12 जुलाई. जगह-मिलान (दुनिया भर में फैशन के लिए मशहूर इटली का एक शहर). यहां एक मॉडल लंदन से बुलाई जाती है. वो किडनैप कर ली जाती है. उसे छोड़ने के बदले करोड़ों की रकम मांगी जाती है. नाम आता है ब्लैक डेथ ग्रुप का. किडनैप होने वाली मॉडल का नाम है क्लोए ऐलिंग. और फिर 6 दिनों तक पूरे यूरोप में हलचल मची रहती है. फैशन की दुनिया हो, या क्राइम की. हर जगह दो ही नाम के और एक ही शहर के चर्चे रहते हैं. ये नाम होते हैं क्लोए ऐलिंग और ब्लैक डेथ ग्रुप के, शहर रहता है मिलान.
6 दिनों तक चला शह और मात का खेल
अगले 6 दिनों तक चूहे-बिल्ली का खेल चलता रहता है. इटली की सुरक्षा एजेंसियां परेशान रहती हैं. ब्रिटेन की एमआई-6 के होश उड़े होते हैं. स्कॉटलैंड यार्ड को कोई सुराग नहीं मिला होता है. लेकिन सबके अंदर होता है एक डर. वो डर था ब्लैक डेथ ग्रुप का. जो लड़कियों की डार्क नेट पर बोली लगवाता था. और उन्हें बेच देता था. यही नहीं, ये ग्रुप ऑन डिमांड किडनैपिंग और डिलीवरी का काम भी करता था. यानी अगर आपको कोई लड़की पसंद आ गई, तो ये ग्रुप उस लड़की को किडनैप करके आप तक पहुंचा देगा. और उसके बदले में लेगा अपनी एक फीस. रोमानिया का ये गैंग बेहद भयावह है. जिसका नाम कई लड़कियों की किडनैपिंग और उनकी खरीद फरोख्त में आ चुका है. और यही वजह थी कि पूरे यूरोप की सुरक्षा एजेंसियां साझे मिशन पर लग गई थी. लेकिन इस 6 दिन के बाद आया एक ट्विस्ट....
खुद ही पहुंचे ब्रिटिश कांसुलेट
तारीख थी 18 जुलाई. जगह थी मिलान में मौजूद ब्रिटिश कांसुलेट. सामने खड़े थे दो लोग. एक थी क्लोए ऐलिंग और दूसरा था उसे कथित तौर पर किडनैप करने वाला नहीं, बल्कि बचाने का दावा करने वाला लुकास्ज हेरबा. और फिर उन्होंने पिछले 6 दिनों के बारे में जो कुछ भी बताया, वो हैरान कर देने वाला था.
क्लोए ऐलिंग की कहानी
क्लोए ऐलिंग उस समय महज 20 साल की थी. वो एक बच्चे की मां थी और मॉडलिंग में अपना करियर बना रही थी. पिछले 2 साल से ही वो मॉडलिंग कर रही थी. पोलैंड मूल की क्लोए ब्रिटिश नागरिक हैं. उन्हें एक ऐड एजेंसी ने उनके एजेंट के माध्यम से एक फोटो शूट के लिए इटली के मिलान शहर में बुलाया. जब वो वहां पहुंची, तो उन्हें पता चला कि वो किडनैप हो चुकी हैं. उनके हाथ बांध दिए गए और उन्हें एक बैग में भरकर कार के फर्श(पैर रखने वाली जगह) में रख दिया गया. उन्हें 120 मील की दूरी तक ऐसे ही सफर करना पड़ा. जहां दूसरे दिन उन्होंने अपने किडनैपर का मुंह देखा. इन 6 दिनों में बहुत कुछ बदलने वाला था. क्योंकि जो व्यक्ति सामने था, उसका दावा था कि उसने ब्लैड डेथ ग्रुप से उसे बचाया है. और वही इकलौता व्यक्ति है, जो उसे बचा सकता है. लेकिन अगर क्लोए ने भागने की कोशिश की, तो उन दोनों को ही मार दिया जाएगा. ये एक ऐसी कहानी थी, जिसपर हर पल मौत के डर में जी रही क्लोए को भरोसा करना ही था.
क्लोए से मोहब्बत में किया कांड?
क्लोए ऐलिंग समझ चुकी थी. वो फंस चुकी हैं. उन्हें कुछ भी करके न सिर्फ किडनैपर की सहानुभूति पानी है, बल्कि हिंसा से भी बचे रहना है. क्लोए इस पूरे मामले को हिंसक नहीं होने देना चाहती थी. ठीक उसकी समय उनके किडनैपर लुकास्ज हेरबा ने एक कहानी बताई. हेरबा ने कहा कि वो क्लोए से प्यार करता है. वो पहले भी क्लोए से मिल चुका है, लेकिन दूसरे नाम से. उसने एक बार पहले भी फर्जी फोटो शूट के बहाने क्लोए को अपने पास बुलाने की कोशिश की थी. लेकिन उस समय फ्रांस में हिंसा के मामले बढ़ रहे थे ऐसे में उसने अपने इरादे को कुछ समय के लिए आगे बढ़ा दिया था. इसके लिए उसने मोटी रकम भी खर्च की थी और अब आखिरकार क्लोए उसके सामने थी.
अपने ही किडनैपर के साथ करना पड़ा प्रेम!
क्लोए के सामने उस किडनैपर ने अपने दिल की बात रख दी थी. अब अगली चाल क्लोए ने चली. क्लोए को दरअसल किडनैपिंग के बाद की पहली रात सोफे पर बंधे हाथों के साथ बितानी पड़ी थी और इससे वो तकलीफ में थी. ऐसे में क्लोए ने उससे प्यार से बात करनी शुरू की. लुकास्ज हेरबा ने दूसरी शाम क्लोए को अपने साथ सोने का ऑफर दिया. क्लोए के सामने कोई चारा नहीं था और वो चाहती भी नहीं थी कि वो किसी भी हिंसा का सामना करें. क्योंकि अपनी जान बचाना सबसे जरूरी था. ऐसे में क्लोए ने उसके साथ बिस्तर भी साझा किया. और फिर 6 दिनों में तमाम उठा पटक के बाद दोनों मिलान के ब्रिटिश कांसुलेट में पहुंचे.