जयशंकर करेंगे अपने कुवैती समकक्ष के साथ वार्ता, कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा

खर्च में कटौती नहीं करने और तेल से होने वाली कमाई में लगातार हो रही गिरावट के कारण दुनिया के अमीर पेट्रो देशों में शुमार कुवैत के सामने नकदी का संकट खड़ा हो गया है.

Update: 2021-03-18 10:11 GMT

विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने कुवैती समकक्ष शेख अहमद नासिर अल मोहम्मद अल सबाह के साथ बृहस्पतिवार को द्विपक्षीय सहयोग और खाड़ी क्षेत्र में उभरती स्थिति के समूचे आयाम पर चर्चा करेंगे. कुवैत के विदेश मंत्री लगभग 18 घंटे की भारत यात्रा पर बुधवार शाम यहां पहुंचें.

भारत को कच्चे तेल और एलपीजी की आपूर्ति का कुवैत एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता है. ऐतिहासिक रूप से भारत और कुवैत के बीच महत्वपूर्ण व्यापार संबंध रहे हैं और भारत लगातार कुवैत के शीर्ष व्यापार भागीदारों में शामिल रहा है. कुवैत में लगभग 6,41,000 भारतीय रहते हैं जो दोनों देशों के संबंधों को एक महत्वपूर्ण आधार प्रदान करते हैं. भारतीय समुदाय, कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है.

संकट में है कुवैत की अर्थव्‍यवस्‍था
अंतरराष्‍ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) ने कुवैत की रेटिंग घटा दी है. एजेंसी ने कुवैत की कमजोर शासन व्‍यवस्‍था (Weak Governance) और नकदी की कमी (Cash Crunch) को रेटिंग घटाने का आधार बनाया है. बता दें कि खाड़ी देश कुवैत (Kuwait) कच्‍चे तेल की लगतार घटती कीमतों (Crude Prices) के कारण संकट में आ गया है.
संकट इतना गहरा हो गया है कि अक्‍टूबर के बाद सरकारी कर्मचारियों को सैलरी देना मुश्किल हो जाएगा. खर्च में कटौती नहीं करने और तेल से होने वाली कमाई में लगातार हो रही गिरावट के कारण दुनिया के अमीर पेट्रो देशों में शुमार कुवैत के सामने नकदी का संकट खड़ा हो गया है.


Tags:    

Similar News

-->