इमरान खान विदेशी साजिश वाली गुप्त चिट्ठी पर बुरे फंसे, सार्वजनिक करने की मांग कर रहा विपक्ष
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी कुर्सी बचाने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं. उन्होंने इसे विदेशी साजिश तक करार दे दिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी कुर्सी बचाने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं. उन्होंने इसे विदेशी साजिश तक करार दे दिया है. इसे विदेशी साजिश बताने और इस दावे को सच करने के लिए उन्होंने एक गुप्त चिट्ठी का भी दावा किया है. इस गुप्त चिट्ठी को उन्होंने एक रैली में लहराकर भी दिखाया, लेकिन अब इस गुप्त चिट्ठी पर इमरान खान बुरी तरह फंसते नजर आ रहे हैं. विपक्ष मांग कर रहा है कि इमरान खान उस गुप्त चिट्ठी को संसद का संयुक्त अधिवेशन बुलाकर सार्वजनिक करें.
सीनियर अधिकारियों ने चिट्ठी की हकीकत को किया खारिज
दूसरी ओर इमरान खान की पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि वे उस चिट्ठी को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को दिखा सकते हैं. इन सबसे अलग एक पाकिस्तानी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष अधिकारियों ने बताया है कि उन्हें इमरान को सत्ता से हटाने को लेकर अंतरराष्ट्रीय साजिश के किसी तरह के कोई सबूत नहीं मिले हैं. यह चिट्ठी पाकिस्तान के विदेशी राजनयिक मिशनों में से किसी एक की तरफ से शेयर किया गया इंटरनल मूल्यांकन है.
किसी को हजम नहीं हो रही खतरे वाली बात
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मीडिया में दावा किया है कि सजिश वाला यह लेटर सेना के आला अधिकारियों से भी शेयर किया गया है. हालांकि सूत्र बताते हैं कि सेना के अधिकारियों ने इस तरह की किसी भी साजिश के के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया है. यह भी कहा गया है कि अगर कोई खतरा होता तो अब तक कुछ कार्रवाई की जाती, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. एक सीनियर ऑफिसर का कहना है कि यह खतरना इतना गंभीर होता तो अभी तक राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक बुल ली गई होती.
क्या है चिट्ठी में
बता दें कि 27 मार्च की रैली में इमरान खान ने मंच से एक लेटर लहराते हुए दिखाया था. उन्होंने कहा था कि उन्हें हटाने की विदेशी साजिश है और इसका प्रूफ ये लेटर है. इमरान के एक मंत्री ने बताया कि यह लेटर नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने से पहले का था. लेटर में स्पष्ट रूप से अविश्वास प्रस्ताव का जिक्र किया गया है. इसमें साफ है कि यहां अविश्वास प्रस्ताव के बारे में बात की जा रही है." नेता ने बताया कि पत्र में ये भी कहा गया है कि अगर इरमान खान पीएम रहे तो पाक को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
नवाज शरीफ पर उठाए सवाल
इमरान खान की पार्टी ने इस चिट्ठी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर आरोप सवाल उठाए हैं. इमरान सरकार के एक मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि, नवाज शरीफ एक ऐसे कैरेक्टर हैं जिनका नाम इस चिट्ठी में लिखा है. ऐसे में लगता है कि सरकार को गिराने का षडयंत्र हो रहा है. वह लंदन में कई डिप्लोमेट के साथ बैठक करते हैं. नवाज ने कुछ समय पहले इजराइल के डिप्लोमेट्स के साथ बैठक की थी.