विशालकाय मैमथ फिर पृथ्वी पर होंगे मौजूद, वैज्ञानिक करने वाले हैं उनका पुनर्जन्म
वैज्ञानिक करने वाले हैं उनका पुनर्जन्म
वैज्ञानिक नई-नई रिसर्च करने में जुटे हैं। वह हमेशा बिल्कुल अलग रिसर्च करते हैं। वैज्ञानिक उन चीजों पर शोध करते हैं जिनके बारे में किसी ने कभी सोचा भी नहीं होता है। अब वैज्ञानिक एक बार फिर ऐसी ही रिसर्च कर रहे हैं। अब वह मैमथ प्रजाति को दोबारा धरती पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। आठ लाख साल पहले ही मैमथ धरती से गायब हो चुके हैं।
एक रिपोर्ट में इस रिसर्च के बारे में बताया गया है। फंडिंग और साइंस की सहायता से मैमथ प्रजाति को फिर से धरती पर लाने को कोशिश हो रही है। लाखों साल पहले गायब होने वाले इस जानवर को वैज्ञानिक छह साल के अंदर धरती पर लाना चाहते हैं। दुनिया में अमीर इन्वेस्टर बेन लैम और बिजनेस पार्टनर जॉर्ज चर्च इस प्रोजेक्ट के लिए 11 मिलियन पाउंड का फंड करेंगे। लैम और चर्च की फर्म Colossal को जीन एडिटिंग सॉफ्टवेयर में महारथ हासिल है।
वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि वह लाखों साल पुरानी क्रब से मैमथ को वापस ला सकते हैं। इस प्रोजेक्ट के बारे में सोमवार को ऐलान किया गया। मैमथ के डीएनए से लैब में भ्रूण की मदद से हाथी-मैमथ का हाइब्रिड बनाया जाएगा। इस भ्रूण को सरोगेट या कृत्रिम गर्भ की मदद से विकसित किया जा सकता है। जॉर्ज चर्च ने बताया है कि मेरा उद्देश्य आर्कटिक में जीवित रहने में सक्षम मैमथ बनाना है। इस रिसर्च का परिणाम 6 साल में आएगा।
इस प्रोजेक्ट के लिए फंड करने वाले बेन ने जानकारी दी कि वह चाहते हैं कि दुनिया से गायब हो चुके मैमथ को फिर से जिंदा किया जाए। आर्कटिक के बर्फ में -40 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी मैमथ जीवित रह सकेंगे। यह वह सभी काम करेंगे जो हजारों साल पहले मैमथ किया करते थे। इन जानवरों को एशियन हथिनी से ब्रीड कराया जाएगा जिससे यह बर्फ और गर्म दोनों जगहों पर रह सकें।
मैमथ इस समय के हाथी से काफी बड़े होते थे। यह करीब पाच मीटर तक ऊंचे और छह से आठ टन वजनी हुआ करते थे। शरीर पर लंबे-लंबे ऊनी बाल। यह लाखों साल पहले तक रूस के साइबेरिया में घूमते थे।