अजीबोगरीब इमारत को बनाने में किसान ने 17 करोड़ रुपये कर दिए खर्च, पिछले 7 सालों से चल रहा है निर्माण

भारत समेत समूची दुनिया में कई ऐसी अजीबोगरीब इमारतों को आपने देखा या उनके बारे में सुना होगा, अपने अनोखी बनावट की वजह से चर्चा में रहते हैं.

Update: 2021-10-06 04:55 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत समेत समूची दुनिया में कई ऐसी अजीबोगरीब इमारतों (Weird Buildings Design) को आपने देखा या उनके बारे में सुना होगा, अपने अनोखी बनावट की वजह से चर्चा में रहते हैं. इन इमारतों का निर्माण बड़े-बड़े अरबपति बिजनेसमैन (Richest Businessman) करवाते हैं. हालांकि जिस इमारत के बारे में हम आपको यहां बताने जा रहे हैं वो किसी बड़े अरबपति द्वारा नहीं बनवायी गई है. इन दिनों चीन की एक इमारत काफी पॉपुलर हो रही है जो दिखने में बेहद अजीबोगरीब (Weird Building) है. चलिए आपको हम बताते हैं कि इस इमारत में क्या है खास.

किसान ने अब तक इमारत पर 17 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च कर दिया है.
चीन (China) का शिंग्जू (Xinxu Town) इन दिनों काफी चर्चा में है. यहां पहले से ही कई ऊंची इमारतें मौजूद हैं मगर इन बिल्डिंग्स के बीच एक नया घर बन रहा है, जो अपने अजीबोगरीब डिजाइन की वजह से लोगों का ध्यान अपनी ओर खिंचता है. इस बिल्डिंग का नाम पेसेंट आर्ट बिल्डिंग (Peasant Art Building) है. शहर की दूसरी इमारतों की तुलना में इस बिल्डिंग की ऊंचाई भी ज्यादा है और दिखने में भी ये काफी भव्य है. मगर इमारत की डिजाइन किसी एक तय डिजाइन को फॉलो नहीं करती. इसमें रूमी आर्किटेक्चर की तरह डोम भी बने हैं तो पश्चिमी देशों की तरह बेल टावर भी बना हुआ है. इमारत में टी-पॉट के आकार का एक फाउंटेन भी मौजूद है. देखने में किसी को भी लगेगा कि इस भव्य इमारत को बनाने वाला कोई अरबपति बिजनेसमैन होगा मगर ऐसा नहीं है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इमारत का निर्माण एक किसान करवा रहा है.
पिछले 7 सालों से इमारत के निर्माण का काम चल रहा है. 
ली जुआंग Li Jiguang नाम के किसान (Farmer) ने इस इमारत के निर्माण में अब तक 17 करोड़ रुपये पिछले 7 सालों में खर्च कर दिए हैं. ली अपने शहर की सबसे अजीबोगरीब बिल्डिंग का निर्माण करवा रहे हैं. कुछ साल पहले तक प्रशासन शहर में एक ऐसी जगह बनाना चाहती थी जिसे देखने पर्यटक आएं. जब ली ने अपनी इमारत का आइडिया रखा तो सभी को ये काफी पसंद आया. प्रशासन ने ली को एक जमीन दिलवायी और उन्हें वहां अपने पैसे लगाकर इमारत बनवाने का मौका दिया. ली ने इस इमारत का डिजाइन खुद से सोचा था. वो इसे एक टूरिस्ट स्पॉट बनाना चाहते हैं. मगर इतना पैसा लगा देने के बाद भी फिलहाल इमारत का 60 फीसदी हिस्सा ही बनकर तैयार हुआ है. अभी इमारत का इंटीरियर बनना बाकी है. पैसों की कमी के चलते इमारत का निर्माण बीच-बीच में रोकना पड़ जाता है.


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