कोविड टेस्ट सेंटर के पास विस्फोट, टूटे खिड़कियों के कांच, जांच में जुटी पुलिस
यूरोपीय देश नीदरलैंड में कोरोना वायरस टेस्ट सेंटर के समीप एक बड़ा धमाका हुआ
कोविड टेस्ट सेंटर के पास विस्फोट, टूटे खिड़कियों के कांच, जांच में जुटी पुलिस Blast Near Dutch Coronavirus Test Centre: यूरोपीय देश नीदरलैंड (Netherlands) में कोरोना वायरस टेस्ट सेंटर (Coronavirus Test Centre Blast) के समीप एक बड़ा धमाका हुआ है. यहां एम्सर्टडम (Amsterdam) के उत्तर में एक छोटे से शहर में बुधवार तड़के धमाका होने से सेंटर की पांच खिड़कियों के कांच चकनाचूर हो गए, हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. पुलिस ने यह जानकारी दी है और कहा कि मामले की जांच के लिए विशेषज्ञ बुलाए गए हैं.
उत्तरी हॉलैंड प्रांत की पुलिस ने ट्वीट किया कि स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजे बोवेंकारस्पेल में जांच केंद्र के समीप 'धमाका हुआ' है. पुलिस ने इलाके को घेर लिया और अब वह विस्फोट के कारणों की जांच में जुटी है (Blast Near Dutch Coronavirus Test Centre). यह शहर एम्सटर्डम से करीब 60 किलोमीटर दूर है. पुलिस प्रवक्ता मेन्नो हार्टनबर्ग ने बताया कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि कहीं इस जांच केंद्र को जान-बूझकर निशाना तो नहीं बनाया गया था.
जांच में जुटी पुलिस
उन्होंने बताया कि यह साफ हो गया है कि विस्फोटक वहां संयोग से नहीं पहुंचा था लेकिन फिलहाल हमारे पास इसकी कोई जानकारी नहीं है कि कौन उसे वहां रख गया था और उसकी मंशा क्या थी. पुलिस घटनास्थल पर मिले सामान की जांच कर रही है, ताकि कोई सबूत मिल सके (Coronavirus Test Centre Blast). इसके साथ ही सेंटर में आने वाले लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है. वहां काम करने वालों को अधिक सतर्क रहने को कहा गया है.
पुलिस को सिलेंडर मिला
पुलिस के अनुसार इस भवन के बाहर धातु का एक सिलेंडर (Cylinder) मिला है जिसमें विस्फोट हुआ था. उत्तरी होलैंड प्रांत का यह उत्तरी क्षेत्र हाल के सप्ताहों में वायरस का मुख्य केंद्र रहा है और वहां राष्ट्रीय औसत से अधिक मामले सामने आए. जनवरी मे दंगाइयों ने उर्क में एक कोरोना वायरस जांच केंद्र को फूंक दिया था. ये दंगाई कोरोना वायरस लॉकडाउन का विरोध कर रहे थे. जिससे कई दिनों तक यहां का माहौल हिंसक बना रहा. पुलिस और दंगाइयों के बीच एम्सटर्डम के अलावा अन्य कई शहरों में भी झड़प देखने को मिली थी.
दर्जनों हुए थे गिरफ्तार
उर्क मामले में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया गया था. साथ ही रात 9 बजे से सुबह के 4.30 बजे तक कर्फ्यू भी लगाया गया. ऐसा 15 मार्च तक के लिए लागू किया गया था. मामला बाद में कोर्ट तक भी पहुंचा. नीदरलैंड में कोरोना वायरस के 10 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं और 15 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है.