चीन ने अमेरिका से उसकी 'गलत नीतियों' को रोकने के लिए थमायी लिस्ट, CPC पर लगायी गयी वीजा पाबंदी को हटाने का किया अनुरोध

अमेरिका के साथ आमने-सामने की वार्ता में चीन ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में ‘गतिरोध’ को दूर करने के लिए सोमवार को वाशिंगटन को बाइडेन प्रशासन से अपेक्षित कदमों की एक सूची थमायी

Update: 2021-07-27 03:56 GMT

फाइल फोटो 

 जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका (America) के साथ आमने-सामने की वार्ता में चीन ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में 'गतिरोध' को दूर करने के लिए सोमवार को वाशिंगटन को बाइडेन प्रशासन (Biden Administration) से अपेक्षित कदमों की एक सूची थमायी. उत्तर-पूर्वी चीन के बंदरगाह शहर तियानजिन में उप विदेश मंत्री शीए फेंग और दौरे पर आईं अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शरमन (Wendy Sherman) के बीच वार्ता तल्ख टिप्पणियों के साथ शुरू हुई. शीए फेंग ने अमेरिका पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह 'दमनकारी नीति' अपना रहा है.

अमेरिका में छह महीने पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यभार संभालने के बाद से चीन का दौरा करने वालीं शरमन शीर्ष अधिकारी हैं. शरमन ने अमेरिका एवं चीन के संबंधों के प्रभारी शीए और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ तियानजिन शहर के रिजॉर्ट में बंद कमरे में अलग-अलग बैठकें की. शीए ने वार्ता के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन पर चीन के विकास को रोकने और दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया. शीए ने अमेरिका से उसकी 'गलत नीतियों' को रोकने के लिए एक सूची भी थमायी.

चीन ने की पाबंदी हटाने की मांग
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने बीजिंग में बताया कि इस सूची में चीनी अधिकारियों और उनके परिवारों पर लगी पाबंदी को खत्म करने, हुवावे की अधिकारी मेंग वानझोऊ को प्रत्यर्पित करने के लिए कनाडा से न्यायिक अनुरोध वापस लेने की मांग भी शामिल थी. मेंग को पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा जारी बैंक धोखाधड़ी वारंट पर 2018 में कनाडा के वेंकुवर में गिरफ्तार किया गया था.

चीन ने 'कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना' के सदस्यों और उनके परिवारों पर लगायी गयी वीजा पाबंदी को हटाने का अनुरोध किया. चीनी छात्रों और कंपनियों तथा कन्फ्यूशियस संस्थानों पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने का भी आग्रह किया गया. शरमन मंगोलिया से रविवार शाम को चीन पहुंची. यह बैठक तियानजिन में हुई क्योंकि कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण विदेशी विशिष्टगणों के साथ बीजिंग में कोई बैठक नहीं हो रही है. आगमन के बाद शरमन ने चीन के हेनान प्रांत में पिछले सप्ताह बाढ़ और तूफान में जान गंवाने वाले 69 लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की.

दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति
वार्ता के पहले वांग यी ने शनिवार को कहा था कि चीन अमेरिका को इस बारे में बताएगा कि दूसरे देशों के साथ किस तरह सलूक करना चाहिए. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में दोनों देशों के बीच संबंध बहुत खराब हो गए थे और प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, मानवाधिकार तथा अन्य मामलों पर दोनों के बीच तनाव की स्थिति है.
वांग ने शनिवार को एक इंटरव्यू में अमेरिका पर आरोप लगाया था कि वह स्वयं को सर्वश्रेष्ठ समझता है और अन्य देशों पर दबाव बनाने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल करता है. उन्होंने चीन के फीनिक्स टेलीविजन से कहा था, ''चीन किसी भी ऐसे देश को कभी स्वीकार नहीं करेगा जो स्वयं के दूसरों से श्रेष्ठ होने का दावा करता हो.' उन्होंने कहा था, 'अगर अमेरिका ने अन्य देशों के साथ समानता का व्यवहार करना नहीं सीखा है, तो चीन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह अमेरिका को यह सीखने में मदद करे.'

चीन को दुश्मन मानते हैं कुछ अमेरिकी
बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि इन वार्ताओं का मकसद किसी विशेष मामले पर चर्चा करना नहीं है, बल्कि उच्च स्तरीय संवाद के माध्यम खुले रखना है. बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच भी अक्टूबर के अंत में रोम में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर बैठक हो सकती है. वार्ता के दौरान शी ने कहा कि दोनों देशों के संबंधों में गंभीर समस्याओं का मूल कारण यह है कि कुछ अमेरिकी चीन को 'काल्पनिक शत्रु' के रूप में चित्रित करते हैं. समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' ने बताया कि शी फेंग ने अमेरिका से 'अपनी अत्यधिक पथभ्रष्ट मानसिकता और खतरनाक नीति बदलने' की अपील की.


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