कनाडा में माता-पिता और दादा-दादी के लिए सुपर वीजा में बदलाव, अब 5 साल तक रह सकेंगे साथ, भारतीयों को होगा सबसे ज्यादा फायदा

कनाडा ने अप्रवासियों को एक बड़ा तोहफा दिया है, जिसका फायदा भारत के लोगों को ज्यादा मिलेगा क्योंकि कनाडा में भारतीय लोग ज्यादा रहते हैं.

Update: 2022-06-09 03:55 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कनाडा (Canada) ने अप्रवासियों को एक बड़ा तोहफा दिया है, जिसका फायदा भारत के लोगों को ज्यादा मिलेगा क्योंकि कनाडा में भारतीय लोग ज्यादा रहते हैं. दरअसल, उसने घोषणा की है कि वह देश के नागरिकों व स्थायी निवासियों के माता-पिता और दादा-दादी के वीजा के समय की अवधि को बढ़ा रहा है. ऐसा कदम सुपर वीजा (Super Visa) कार्यक्रम के तहत उठाया गया है. सुपर वीजा कार्यक्रम 2011 में उन अप्रवासियों को फिर से जोड़ने के लिए शुरू किया गया था जो अपने माता-पिता और दादा-दादी के साथ एक निश्चित आय स्तर को पूरा करते हैं. यह दस साल का मल्टिपल-एंट्री वीजा है जो हर एंट्री पर दो साल तक ठहरने की अनुमति देता है. हर दो साल में वीजा धारक को देश छोड़ना होगा. हालांकि अपने बच्चों के साथ रहने के लिए दोबारा कनाडा लौट सकते हैं.

पहले सुपर वीजा वाले माता-पिता और दादा-दादी को केवल कनाडा में परिवार से मिलने की अनुमति एक बार में दो साल से अधिक नहीं थी. सुपर वीजा 10 साल की अवधि के लिए वैध है. आईआरसीसी ने कहा कि आगे चलकर अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा बीमा कंपनियां सुपर वीजा आवेदकों को कवरेज प्रदान करने में सक्षम होंगी. मौजूदा समय में आवेदक केवल कनाडाई प्रदाताओं का उपयोग कर सकते हैं. 4 जुलाई 2022 से सुपर वीजा धारकों के लिए ठहरने की अवधि प्रति प्रविष्टि पांच वर्ष होगी.
आव्रजन मंत्री सीन फ्रेजर ने एक बयान में परिवर्तनों की घोषणा करते हुए कहा, 'परिवार कनाडा के समाज के केंद्र में हैं. सुपर वीजा कार्यक्रम में बढ़ोतरी परिवार के सदस्यों को कनाडा में लंबे समय तक फिर से जुड़ने की अनुमति देता है. साथ ही साथ यह कनाडा के नागरिकों और स्थायी निवासियों को सफल होने और समाज में योगदान करने में मदद करता है, जबकि उनके माता-पिता और दादा-दादी को कनाडा में अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए अमूल्य अवसर प्रदान करता हैं.'
हर साल दिए जाते हैं 17000 सुपर वीजा
यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब कनाडा में अप्रवासन आवेदनों के आने की प्रतीक्षा का समय चिंता का विषय बना हुआ है और वे लंबे समय समय से इंतजार कर रहे थे. पिछले महीने ग्लोबल न्यूज के साथ साझा किए गए आईआरसीसी के आंकड़ों के अनुसार, सूची में नागरिकता, स्थायी निवास और अस्थायी निवास के लिए दो मिलियन से अधिक आव्रजन आवेदन थे. IRCC का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते यात्रा प्रतिबंध और अन्य समस्याओं के कारण देरी हुई है. आईआरसीसी के मुताबिक, हर साल मोटे तौर पर 17,000 सुपर वीजा दिए जाते हैं.
Tags:    

Similar News