ब्लू ओरिजिन ने रचा एक और इतिहास, दूसरी उड़ान भी रही सफल

Update: 2021-10-13 15:16 GMT

दुनिया के बड़े रइसों में शामिल जेफ बेजोस के ब्लू ओरिजिन ने आज बुधवार को एक और इतिहास रच दिया है. ब्लू ओरिजिन के न्यू शेफर्ड रॉकेट-कैप्सूल की यह दूसरी उड़ान भी बेहद सफल रही और इस यान में सबसे उम्र दराज इंसान ने अपने 3 अन्य सहयात्रियों के साथ अंतरिक्ष की यात्रा पूरी की. भारतीय समयानुसार रात 8.20 बजे यह यान अंतरिक्ष की यात्रा के लिए रवाना हुआ. इस उड़ान में चार लोग 90 वर्षीय विलियम शैटनर, ब्लू ओरिजिन की वीपी ऑड्रे पावर्स, फ्रांसीसी सॉफ्टवेयर कंपनी डैसो सिस्टम्स के उप-प्रमुख ग्लेन डे रीस और अर्थ ऑब्जरवेशन कंपनी प्लैनेट के सह-संस्थापक क्रिस बोशुईजेन शामिल हुए. शेफर्ड (New Shepard) रॉकेट और कैप्सूल की दूसरी उड़ान वेस्ट टेक्सास के वैन हॉर्न कस्बे में स्थित ब्लू ओरिजिन लॉन्च साइट वन से की गई. भारतीय समयानुसार यहां पर लॉन्च रात 8.20 बजे के करीब हुई. लॉन्च से 90 मिनट पहले लाइव टेलिकास्ट शुरू कर दी गई. इसे ब्लू ओरिजिन की वेबसाइट या उसके यूट्यूब चैनल पर लाइव प्रसारित किया गया.

जेफ बेजोस (Jeff Bezos) की स्पेस कंपनी ने अपनी दूसरी लॉन्चिंग 20 जुलाई के बाद अब की है. यानी 12 हफ्ते बाद. पहले मिशन में जेफ बेजोस, उनके भाई मार्क बेजोस, 82 वर्षीय नासा की सदस्य वॉली फंक और 18 वर्षीय युवा डच छात्र ओलिवर डैमेन. उस समय अंतरिक्ष में जाने वाली सबसे बुजुर्ग महिला वॉली फंक बनी थी. लेकिन अब दूसरे मिशन में विलियम शैटनर अंतरिक्ष यात्रा करने वाले सबसे बुजुर्ग व्यक्ति बन जाएंगे. उनकी उम्र 90 वर्ष है. 90 वर्षीय विलियम शैटनर (बाएं) एक एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, राइटर, रिकॉर्डिंग आर्टिस्ट, घुड़सवार हैं. वो ये सारे काम करीब 60 वर्षों से कर रहे हैं. साल 1966 में उन्होंने टेलीविजन सीरीज स्टार ट्रेक में उन्होंने कैप्टन जेम्स टी कर्क का किरदार निभाया था. इसके बाद इस पर बनी फिल्म में भी उन्होंने कैप्टन कर्क का किरदार निभाया था. विलियम फिलहाल द हिस्ट्री चैनल पर आने वाले कार्यक्रम द अनएक्सप्लेन्ड के होस्ट और को-प्रोड्यूसर हैं.

न्यू शेफर्ड (New Shepard) रॉकेट और कैप्सूल की दूसरी उड़ान कुल मिलाकर 11 मिनट की होगी. क्रू को अंतरिक्ष की सीमा तक पहुंचने के बाद चार मिनट तक भारहीनता महसूस होगी. इसके बाद न्यू शेफर्ड रॉकेट बूस्टर कैप्सूल से अलग हो जाएगा. रॉकेट बूस्टर धीरे-धीरे करके लॉन्च पैड से करीब 3 किलोमीटर उत्तर दिशा में स्थित लैंडिंग साइट पर लौग आएगा. जिस समय रॉकेट बूस्टर लैंड कर रहा होगा, उस समय कैप्सूल अपनी अधिकतम ऊंचाई तक पहुंच चुका होगा.

इसके बाद करीब 100 किलोमीटर ऊपर स्थित कारमैन लाइन को छूकर यह कैप्सूल धरती की ओर लौटेगा. इस पूरे समय तक ब्लू ओरिजिन का लॉइव टेलिकास्ट चलता रहेगा. लॉन्च होने के 2 मिनट में न्यू शेफर्ड रॉकेट आवाज से 3 गुना रफ्तार से अंतरिक्ष की ओर बढ़ेगा. यानी यह रॉकेट 1029 मीटर प्रति सेकेंड की गति से ऊपर बढ़ेगा. मतलब 3704 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से स्पेस की ओर जाएगा. इसके एक मिनट बाद बूस्टर यानी रॉकेट अपने कैप्सूल से अलग हो जाएगा. कैप्सूल उस ऊंचाई पर पहुंच जाएगा, जहां ग्रैविटी नहीं होगी. यहां चारों एस्ट्रोनॉट जीरो ग्रैविटी फील करेंगे.

कुछ मिनट अंतरिक्ष में बिताने के बाद न्यू शेफर्ड (New Shepard) कैप्सूल करीब 9 मिनट बाद धरती की ओर लौटेगा. उस समय उसकी रफ्तार तेजी से कम करने के लिए पैराशूट खोले जाएंगे. उस समय 26 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति होगी. लेकिन पैराशूट खुलने के बाद यह स्पीड कम होकर 1.6 किलोमीटर हो जाएगी. इसी धीमी रफ्तार में कैप्सूल जमीन पर लैंड करेगा. पहली उड़ान सफल रही है, इसलिए दूसरी को लेकर किसी के मन में कोई शंका नहीं है. आपके बता दें कि न्यू शेफर्ड कैप्सूल से अंतरिक्ष यात्रा करने की कीमत करीब 2 अरब 5 करोड़ रुपए है. इस कैप्सूल की सीट नीलाम की जाती है. जो ज्यादा पैसे देता है, उसे टिकट दिया जाता है. हालांकि, यह निर्भर करता है कंपनी पर. वह कुछ सीट्स को तय कीमत पर बेंचती भी है. 13 जून को जब पहली उड़ान के लिए बोलियां लगाई गई थीं, जब चार मिनट के अंदर 20 मिलियन डॉलर से ज्यादा की बोली लगाई थी. सात मिनट बाद ही बिडिंग को बंद कर दिया गया था. ब्लू ओरिजिन की लाइव नीलामी तक कम से कम 143 देशों के 6,000 से अधिक लोगों ने अंतरिक्ष यात्रा के लिए इच्छा जताई थी.

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