ऑगस्टस का दो हजार साल पुराना मार्बल का सिर हुआ बरामद, संभाली थी रोमन साम्राज्य की गद्दी
इटली में रोम के पहले सम्राट ऑगस्टस का दो हजार साल पुराना मार्बल का सिर मिला है
इटली (Italy) में रोम के पहले सम्राट (Rome's first emperor) ऑगस्टस (Augustus) का दो हजार साल पुराना मार्बल का सिर (Marble Head) मिला है. ये सिर मोलिस के दक्षिण मध्य क्षेत्र में एक इतालवी शहर इसर्निया (Isernia) में खोजा गया है. पुरातत्वविद् फ्रांसेस्को गियानकोला (Francesco Giancola) ने 2013 में तेज बारिश के कारण ध्वस्त हुई एक मध्यकालीन दीवार की मरम्मत के दौरान इस सिर को खोजा.
जियानकोला इसर्निया नगरपालिका की ओर से मरम्मत कार्यों को कर रहे थे. उन्होंने गुरुवार को सीएनएन को बताया कि उन्हें इतनी बड़ी खोज की कोई उम्मीद नहीं थी. उन्होंने कहा, हम लोग दीवार के पीछे खुदाई कर रहे थे, तभी मुझे जमीन के नीचे रंग में बदलाव होता हुआ नजर आया. जियानकोला ने कहा, इसलिए हमने खुदाई जारी रखी और मार्बल का एक ब्लॉक निकला. मैंने तुरंत देखा कि यह एक सिर था जिसके सिर और बालों को मुझे ये ऑगस्टस की एक प्रतिमा का हिस्सा लगा.
20 ईसा पूर्व से 10 ईसा पूर्व के बीच का होने का अनुमान
पुरातत्वविद् ने बताया कि उन्होंने तुरंत अधिकारियों, मेयर और सांस्कृतिक विरासत मंत्रालय बुलाया. मंत्रालय के स्थानीय विभाग की पुरातत्वविद् मारिया डिलेट्टा कोलोंबो के अनुसार, 35 सेंटीमीटर (13.78-इंच) ऊंचा सिर 20 ईसा पूर्व से 10 ईसा पूर्व के बीच का हो सकता है. उन्होंने कहा, यह एक महत्वपूर्ण मूर्ति थी, लेकिन हमे नहीं मालूम कि ये यहां क्यों मौजूद थी. हो सकता है कि ऑगस्टस की मूर्ति को एक मंदिर को दिया गया होगा. लेकिन ये सब केवल अनुमान है, क्योंकि हमें नहीं मालूम है कि मंदिर कहां है.
27 ईसा पूर्व में रोम का पहला सम्राट बना ऑगस्टस
कोलोंबो ने बताया कि मूर्ति के इस सिर के मिलने पर उनके साथी खुशी के मारे चिल्लाने लगे और ये एक ऐसा पल है, जिसे में जीवनभर याद रखूंगी. उन्होंने बताया कि ये सिर करीब दो मीटर ऊंची मूर्ति का रहा होगा. इसे उसी लुनीगियाना मार्बल से बनाया गया है जिसका उपयोग इतालवी कलाकार माइकल एंजेलो ने किया था. इसमें एक युवा ऑगस्टस ऑक्टेवियन को दर्शाया गया है, जो 27 ईसा पूर्व में रोम का पहला सम्राट बना.
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान तबाह हुआ इसर्निया
प्राचीन दुनिया में एसेर्निया के रूप में जाना जाने वाला इसर्निया, उन लोगों का घर था जिन्हें सैनामाइट्स नाम से जाना जाता था. यह बाद में रोमन उपनिवेश बन गया. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शहर को आंशिक रूप से नष्ट कर दिया गया था. लेकिन इसे फिर से खड़ा किया गया था. शहर के मेयर जियाकोमो डी'ऑपोलोनियो ने सीएनएन को बताया कि इसर्निया का बहुत ही प्राचीन इतिहास रहा है. पूरे शहर के नीचे पुरातात्विक अवशेष हैं. उन्होंने कहा, यह इसर्निया के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण खोज है क्योंकि यह एक निश्चित महत्व की इमारतों की उपस्थिति को दर्शाता है.