पाक को लेकर चिंता में अमेरिका, सैन्य वापसी के बाद सक्रिय हो सकता है तालिबान
अफगानिस्तान के साथ ही अमेरिका को भी अंदेशा है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: वाशिंगटन, अफगानिस्तान के साथ ही अमेरिका को भी अंदेशा है कि सेना वापसी के बाद पाकिस्तान तालिबान का सबसे ज्यादा मददगार हो सकता है। वह अफगानिस्तान के लिए दिक्कत पैदा कर सकता है। यही कारण है कि अमेरिका पाक के साथ अफगानिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंकी गतिविधियों के मुद्दे पर लगातार वार्ता कर रहा है। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि पाक से उन सभी मामलों पर वार्ता की जा रही है, जो सेना वापसी के बाद शांति स्थापित करने में दिक्कत दे सकते हैं। पाक-अफगानिस्तान की सीमा पर आतंकवाद भी महत्वपूर्ण बिंदु है।
प्रेस सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कर दिया है कि सेना वापसी के बाद आतंक निरोधी क्षमताओं को पूरी तरह मजबूत रखा जाएगा। सेना के वापस लौटने के बाद अफगानिस्तान की संप्रभुता का सम्मान किया जाना चाहिए। पत्रकारों ने यह भी सवाल किया कि अमेरिकी सेना की वापसी के बाद चीन ने अपनी शांति सेना भेजी तो वे क्या करेंगे। किर्बी ने कहा कि वे सभी पड़ोसी देशों से अफगानिस्तान की संप्रभुता पर बात करेंगे।
पाक के पास चीन के बजाय भारत को चुनने का अवसर
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सीएनएन को साक्षात्कार देते हुए कहा है कि पाक के लिए एक बार फिर चीन या भारत में से किसी एक को चुनने का अवसर है। चीन के बारे में अभी तक के उसके सारे आकलन गलत साबित हुए हैं। हेलमंद प्रांत के मूसा काला जिले में अफगान सुरक्षा बलों ने अभियान चलाते हुए तालिबान के कब्जे से 28 लोगों को मुक्त कराया है। इस अभियान में सुरक्षा बलों के 6 सैनिक मारे गए।
पाक में तालिबान का कमांडर मारा गया
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के हाजी कैंप क्षेत्र में तालिबान का प्रमुख कमांडर मौलवी नाइक मुहम्मद मारा गया। उसके दो साथी घायल हुए हैं। इस बात की जानकारी नानगरहर के गवर्नर जियाउलहक अमरखिल ने ट्वीट करके दी है। किसी भी ग्रुप ने उसको मारने की जिम्मेदारी नहीं ली है।