अमेरिका की नार्थ कोरिया को लेकर रूस और चीन से हुई तीखी बहस, पढ़ें पूरा माजरा
अमेरिका की रूस और चीन से हुई तीखी बहस
संयुक्त राष्ट्र, एपी : उत्तर कोरिया के मिसाइल और परमाणु कार्यक्रमों को लेकर बुधवार को संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों पर अमेरिका की रूस और चीन से तीखी बहस हुई। सुरक्षा परिषद की बैठक में चर्चा के दौरान प्रतिबंधों के नए प्रस्ताव पर कहा गया कि यह दोनों ओर के बीच के अतंर को और बढ़ाने वाला है, जिसे बाइडन प्रशासन पास कराने के प्रयास में है। बता दें कि चीन और रूस दोनों के पास वीटो पावर है, वे मसले का समाधान वार्ता के जरिये चाहते हैं न कि और सजा देकर।
उत्तर कोरिया का व्यवहार खतरनाक बन चुका है
वहीं, इसके जवाब में बैठक का आयोजन करने वाली अमेरिकी राजदूत और इस महीने की सुरक्षा परिषद अध्यक्ष लिंडा थामस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि सुरक्षा परिषद उत्तर कोरिया के व्यवहार को भड़काऊ, उत्तेजक और खतरनाक स्तर तक पहुंचने का इंतजार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि 'डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक आफ कोरिया' यानी उत्तर कोरिया इस साल अब तक 17 बार मिसाइल परीक्षण कर चुका है। बैठक में संयुक्त राष्ट्र के सहायक महासचिव खालिद खियारी ने कहा कि पिछले पांच महीने में उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण और बढ़ गए हैं।
उत्तर कोरिया ने दागीं तीन बैलिस्टिक मिसाइलें
बता दें कि उत्तर कोरिया ने गुरुवार को अपने पूर्वी तट से समुद्र की ओर तीन बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं हैं। इस घटना पर निंदा जाहिर करते हुए दक्षिण कोरिया और जापान ने कहा कि हाल ही में उत्तर कोरिया लगातार अपने हथियार कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रहा है। बता दें कि उत्तर कोरिया की तरफ से कम दूरी रेंज की तीन बैलिस्टिक मिसाइलें रात करीब 18:30 (0930 GMT) बजे दागी गईं।
उत्तर कोरिया में मिला कोरोमा का पहला केस
कोरोना महामारी के आने के दो साल बाद नॉर्थ कोरिया में गुरुवार को पहला केस मिला है. नार्थ कोरिया की मीडिया ने इसे गंभीर राष्ट्रीय आपातकालीन घटना घोषित किया है. कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) ने कहा कि रविवार को प्योंगयांग में बुखार से पीड़ित मरीजों के सैंपल लिए गए। जांच के बाद उनमें कोरोना के नए जांच के बाद उनमें कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान की पुष्टि की गई।