चीन को अमेरिका ने दिया अब तक का सबसे बड़ा झटका, सीनेट में पास हुआ बिल, सभी प्रोडक्ट पर लगाया बैन
चीन को अमेरिका ने दिया अब तक का सबसे बड़ा झटका
Xinjiang Forced Labour Bill: अमेरिका ने चीन को अब तक का सबसे बड़ा झटका दिया है. यहां की सीनेट में एक बिल पास हुआ है, जिसके तहत शिंजियांग से आने वाले सभी उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. अमेरिका का कहना है कि चीन इस क्षेत्र में रहने वाले उइगर और अन्य मुस्लिम संगठनों को निशाना बना रहा है (Xinjiang Forced Labour Companies US Senate Passed Bill). जिसके बाद चीन के खिलाफ ये बड़ा कदम उठाया गया है. उइगर जबरन श्रम रोकथाम अधिनियम को 1930 टैरिफ एक्ट के तहत पास किया गया है. अब इस बिल को हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में भेजा जाएगा.
फिर इसे राष्ट्रपति जो बाइडेन के हस्ताक्षर के लिए व्हाइट हाउस में भेजा जाएगा, ताकि ये कानून बन सके. अभी साफ नहीं है कि इसे बाइडेन के पास कब तक भेजा जा सकता है. रिपब्लिक पार्टी के सीनेटर मार्को रुबियो ने डेमोक्रेटिक नेता जेफ मेर्कली के साथ इस बिल को पेश किया था (US Bans all Products from Xinjiang ). इन्होंने सदन से तुरंत प्रतिक्रिया देने को कहा. रुबियो ने एक बयान में कहा, 'हम सीसीपी द्वारा मानवता के खिलाफ किए जा रहे अपराधों को लेकर आंखें नहीं मूंद सकते. और ना ही हम किसी भी कॉर्पोरेशन को इन भयानक यातनाओं का फायदा उठाने के लिए मुफ्त पास दे सकते हैं.'
अल्पसंख्यकों से जबरन मजदूरी कराता है चीन
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि चीन शिंजियांग के अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करते हुए उनसे जबरन मजदूरी कराता है. फिर जो भी सामान तैयार होता है, उसे निर्यात कर देता है. मेर्कली ने कहा, 'इन यातनाओं से बनने वाले सामान से किसी भी अमेरिकी कॉर्पोरेशन को लाभ नहीं उठाना चाहिए (Xinjiang Forced Labour Bill). अमेरिकी उपभोक्ताओं को अंजाने में भी जबरन श्रम से बनने वाले इन उत्पादों को नहीं खरीदना चाहिए.' डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन नेताओं ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस उपाय से सदन में मजबूत समर्थन मिलेगा, यह देखते हुए कि सदन ने पिछले साल लगभग सर्वसम्मति से इसी तरह के उपाय को मंजूरी दी थी.
वैश्विक स्पलाई चेन में बड़ी हिस्सेदारी
मानव अधिकार समूह, शोधकर्ता, पूर्व निवासी और पश्चिमी राजनेता और अन्य अधिकारियों का कहना है कि शिंजियांग में 2016 के बाद से उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को हिरासत में रखते हुए इनसे जबरन मजदूरी कराई जा रही है. शिंजियांग के उत्पादों की वैश्विक स्पलाई चेन में बड़ी हिस्सेदारी है (Xinjiang Forced Labour Report). अमेरिका के बाइडेन प्रशासन ने हाल के हफ्तों में चीन के खिलाफ प्रतिबंधों में काफी इजाफा किया है. चीन की कई कंपनियों को ब्लैकलिस्ट भी किया गया है. इन कंपनियों पर नरसंहार में शामिल होने और चीन की सेना के साथ संबंध होने का आरोप है.