यूक्रेन में एयर शो के दौरान हुआ भीषण हादसा, हादसे में 77 दर्शकों की मौत, 500 से ज्यादा घायल
इतिहास में कई दर्दनाक विमान हादसे हुए हैं, जिनका दर्द बरसों तक भुलाया नहीं जा सका है. यूक्रेन में एयर शो के दौरान ऐसा ही एक हादसा हुआ, जो इतिहास में सबसे जानलेवा हादसे के रूप में दर्ज हो गया
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इतिहास में कई दर्दनाक विमान हादसे हुए हैं, जिनका दर्द बरसों तक भुलाया नहीं जा सका है. यूक्रेन में एयर शो के दौरान ऐसा ही एक हादसा हुआ, जो इतिहास में सबसे जानलेवा हादसे के रूप में दर्ज हो गया. एयर शो के दौरान सुखोई विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में 77 दर्शकों की मौत हो गई और 543 लोग घायल हो गए. मरने वालों में 28 मासूम बच्चे भी शामिल थे. 27 जुलाई, 2002 को यूक्रेन में हादसा हुआ था.
यूक्रेन वायु सेना की 14वीं एयर कॉर्प की 60वीं वर्षगांठ के मौके पर एयर शो का आयोजन किया गया था. विमानों के शानदार नजारों को देखने के लिए शो में 10 हजार से ज्यादा लोग भी जुटे हुए थे. एयर शो के दौरान सुखोई Su-27 एयरक्राफ्ट के साथ दो अनुभवी पायलटों ने उड़ान भरी. दोपहर करीब एक बजे उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद ही इसकी लेफ्ट विंग अचानक से गिर गई और विमान जमीन से जा टकराया.
दर्शकों के बीच जा घुसा विमान
विमान जैसे ही जमीन से टकराया, उसमें आग लग गई. वह तेजी से दर्शकों की ओर बढ़ने लगा और क्रैश हो गया. इस दौरान पायलट सुरक्षित बच गए, लेकिन दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों पर आफत टूट पड़ी. 77 लोग मारे गए, जिनमें 28 बच्चे थे. इसके अलावा 543 लोग घायल हुए, जिनमें से 100 को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. (27 July On This Day in History)
पायलट ने बताई ये वजह
इस दर्दनाक हादसे के बाद जांच शुरू हुई. पायलट ने दलील दी कि गलत नक्शे की वजह से यह हादसा हुआ. पायलट ने कहा कि उन्हें जो नक्शा दिया गया था, वह वास्तविक लेआउट प्लान से अलग था. कॉकपिट के वाइस रिकॉर्डर में एक पायलट दूसरे पायलट से यह कहते सुना गया, 'और हमारे दर्शक कहां हैं?' हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना था कि ऑटोमेटिक कंप्यूटर से जारी चेतावनी पर पायलट ने धीमा रिस्पॉन्स किया. इस वजह से विमान क्रैश हो गया. यूक्रेन के राष्ट्रपति लियोनिड कुचमा ने सार्वजनिक तौर पर वायु सेना को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. यही नहीं वायुसेना प्रमुख जनरल विक्टर स्ट्रेलेनिकोव को बर्खास्त कर दिया गया. रक्षा मंत्री वोलोदिमिर शिडशेंको ने भी अपना इस्तीफा सौंपा था, लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया. (27 July On This Day in History)