सीरप बनाने वाली कंपनी ने बनाया था Coca-Cola, 8 मई को ही सबसे पहले लोगों ने चखा था स्वाद

जानिए इस फेमस ड्रिंक से जुड़ी दिलचस्प कहानी

Update: 2023-05-09 17:26 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | The Coca-Cola Company Interesting Facts: अमेरिकन कंपनी कोका कोला ने आज के ही दिन 1886 में पहली बार कोल्ड ड्रिंक को बाजार में उतारा था. तब पहली बार लोगों को इसका स्वाद मिला था. पहले यह कंपनी सीरप बनाती और बेचती थी. अब कंपनी कई तरह के कोल्ड ड्रिंक बनाती और बेचती है. कोका-कोला के पास दुनिया के 200 से अधिक देशों में 2,800 से अधिक प्रोडक्ट हैं. कोका कोला दुनिया का सबसे बड़ा ड्रिंक प्रोड्यूसर और डिस्ट्रीब्यूटर है. यह अमेरिका के सबसे बड़े निगमों में से एक है, और मार्केटिंग हिस्ट्री में सबसे सफल ब्रांडों में से एक है

. इसका मुख्यालय अटलांटा, जॉर्जिया में है.The Coca-Cola Company Interesting Facts: अमेरिकन कंपनी कोका कोला ने आज के ही दिन 1886 में पहली बार कोल्ड ड्रिंक को बाजार में उतारा था. तब पहली बार लोगों को इसका स्वाद मिला था. पहले यह कंपनी सीरप बनाती और बेचती थी.

अब कंपनी कई तरह के कोल्ड ड्रिंक बनाती और बेचती है. कोका-कोला के पास दुनिया के 200 से अधिक देशों में 2,800 से अधिक प्रोडक्ट हैं. कोका कोला दुनिया का सबसे बड़ा ड्रिंक प्रोड्यूसर और डिस्ट्रीब्यूटर है. यह अमेरिका के सबसे बड़े निगमों में से एक है, और मार्केटिंग हिस्ट्री में सबसे सफल ब्रांडों में से एक है. इसका मुख्यालय अटलांटा, जॉर्जिया में है.1978 में मिली चीन में कोल्ड पैकेज्ड ड्रिंक बेचने की अनुमति

कोका-कोला एकमात्र ऐसी कंपनी बनी, जिसको पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना में कोल्ड पैकेज्ड ड्रिंक बेचने की अनुमति 1978 में मिली.

1990 के दशक की शुरुआत में कोका-कोला के लिए खुले नए बाजार

1990 के दशक की शुरुआत में कोका-कोला के लिए नए बाजार खुले. कंपनी ने 1990 में पूर्वी जर्मनी में और 1993 में भारत में प्रोडक्टों की बिक्री शुरू की. 1992 में कंपनी ने आंशिक रूप से रीसाइकिल्ड प्लास्टिक से बनी अपनी पहली बोतल पेश की, जो उस समय इंडस्ट्री में एक प्रमुख इन्नोवेशन था.

1990 के दशक के दौरान कई नए ड्रिंक

कोका-कोला ने 1990 के दशक के दौरान कई नए ड्रिंक बनाए, जिनमें चिल्ड्रन्स फ्रूट ड्रिंक, पॉवरडे स्पोर्ट्स ड्रिंक और दसानी बोतलबंद पानी शामिल हैं. कोका-कोला ने संयुक्त राज्य अमेरिका में बार्क की रूट बियर को भी खरीद लिया. पेरू में इंका कोला; भारत में माज़ा, थम्स अप और लिम्का; और Cadbury Schweppes ड्रिंक पदार्थ, जो दुनिया भर के 120 से अधिक देशों में बेचे जाते रहे हैं.

2000 के दशक की शुरुआत में लगे कई आरोप

2000 के दशक की शुरुआत में कोका-कोला को प्रदूषण और गंभीर मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों का सामना करना पड़ा. 2001 में यूनाइटेड स्टीलवर्कर्स ऑफ अमेरिका और इंटरनेशनल लेबर राइट्स फंड (ILRF) ने Coca-Cola के खिलाफ मुकदमा दायर किया. जिसमें यह दावा किया गया कि प्रतिवादियों ने खुले तौर पर लैटिन अमेरिका में संघ के अधिकारियों को डराने, यातना देने, अपहरण करने और यहां तक कि हत्या करने के लिए तथाकथित “मौत के दस्ते” को शामिल किया था. कोका कोला के इस विवाद ने दुनिया भर के लोगों का ध्यान आकर्षित किया और कई अमेरिकी विश्वविद्यालयों ने अपने परिसरों में कोका-कोला प्रोडक्टों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया. हालांकि, बाद में मुकदमा खारिज हो गया.

2005 में पेश किया कोका-कोला जीरो

2005 में कंपनी ने कोका-कोला ज़ीरो पेश किया, जो एक शून्य-कैलोरी कोल्ड ड्रिंक है. 2007 में कंपनी ने एनर्जी ब्रांड्स, इंक. का अधिग्रहण किया. इसी साल कोका-कोला ने घोषणा की कि वह बिजनेस लीडर्स इनिशिएटिव ऑन ह्यूमन राइट्स (BLIHR) में शामिल होगी.

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