ऑएन मॉर्गन वो खिलाड़ी जिसकी कप्तानी के चर्चे दूर तक हैं, बल्ला थामते ही ला देता है तूफान
ऑयन मॉर्गन (Eoin Morgan), वो कप्तान जिसने क्रिकेट के जन्मदाता इंग्लैंड के विश्व कप ट्रॉफी के सूखे को खत्म किया
ऑयन मॉर्गन (Eoin Morgan), वो कप्तान जिसने क्रिकेट के जन्मदाता इंग्लैंड के विश्व कप ट्रॉफी के सूखे को खत्म किया. इंग्लैंड में मॉर्गन की ख्याति अलग है. उनकी कप्तानी में ही इंग्लैंड ने 2019 में वनडे विश्व कप जीता था. उन्हीं की कप्तानी में इंग्लैंड सीमित ओवरों में वो टीम बनी है जिसको हराना आसान नहीं है. इसलिए इंडियन प्रीमियर लीग (indian premier league) की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) ने बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को अपनी टीम का कप्तान बनाया है. मॉर्गन आईपीएल के आगले सीजन में केकेआर की कप्तानी करते हुए दिखाई देंगे. टीम प्रबंधन ने उनको कप्तान इसलिए बनाया है ताकि वह केकेआर (KKR) को तीसरी बार आईपीएल (IPL) का खिताब दिला सकें.
केकेआर 2012 और 2014 में खिताब जीत चुकी है. मॉर्गन को पिछले सीजन के बीच में टीम का कप्तान नियुक्त किया था. दिनेश कार्तिक को हटाकर मॉर्गन को टीम का कप्तान बनाया गया था. टीम हालांकि प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई थी. अब आईपीएल का 14वां सीजन नौ अप्रैल से शुरू हो रहा है. मॉर्गन के हाथ में अब सीजन की शुरुआत से ही टीम की कप्तानी होगी और साथ ही टीम को तीसरा खिताब दिलाने की जिम्मेदारी.
आग उगलता है मॉर्गन का बल्ला
मॉर्गन को टी20 के खतरनाक बल्लेबाजों में गिना जाता है. वह तेजी से रन बनाने के लिए जाने जाते हैं. अपने तूफानी अंदाज के कारण ही उन्होंने इंग्लैंड को कई मैच जिताए हैं. मॉर्गन 2010 से आईपीएल में खेल रहे हैं. तब से लेकर अभी तक उन्होंने कुल 66 मैच खेले हैं और 126.31 की औसत से 1271 रन बनाए हैं. आईपीएल में उनके नाम कुल पांच अर्धशतक हैं. विदेशी खिलाड़ी होने के नाते उन्हें कई बार बेंच पर भी बैठना पड़ता था लेकिन इस बार मॉर्गन कप्तान हैं और उनका हर मैच खेलना तय है. ऐसे में वह बल्ले से भी बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं. मॉर्गन का दिमाग जितना तेज चलता है उतना ही उनका बल्ला.
पंजाब, हैदराबाद से भी खेल चुके हैं
मॉर्गन और केकेआर का साथ पुराना है लेकिन कुछ सीजन वह केकेआर से दूर रहे थे. 2015 और 2016 में वह सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेले थे. 2016 में ही हैदराबाद ने पहली बार आईपीएल का खिताब जीता था. इस सीजन हालांकि उन्होंने सिर्फ सात मैच खेले थे और 123 रन बनाए थे. 2016 में उनका सर्वोच्च स्कोर 51 रन रहा था. इससे पहले 2015 में उन्होंने हैदराबाद के लिए नौ मैचों में 187 रन बनाए थे. 2017 में वह किंग्स इलेवन पंजाब में भी गए लेकिन सिर्फ चार मैच ही खेल पाए.
2020 में हुई केकेआर में वापसी
2017 के बाद मॉर्गन आईपीएल से दूर रहे. इस दौरान वह हालांकि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में धूम मचा रहे थे. इसी कारण केकेआर ने उन्हें 2020 में अपने साथ जोड़ा और अच्छी खासी रकम दी. 2020 में मॉर्गन ने सभी 14 मैच खेले और 41.80 की औसत से 418 रन बनाए. सीजन में उन्होंने हालांकि सिर्फ एक अर्धशतक जमाया लेकिन कई अहम पारियां खेलीं. इस बार भी मॉर्गन से टीम प्रबंधन को उम्मीद होगी कि वह बल्ले से तूफान मचाएं और अपने दिमाग से केकेआर को तीसरा आईपीएल खिताब दिलाएं.