वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारतीय टीम के सामने न्यूजीलैंड की चुनौती होगी मुश्किल
भारत और न्यूजीलैंड के बीच अगले महीने इंग्लैंड में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला होना है
भारत और न्यूजीलैंड के बीच अगले महीने इंग्लैंड में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला होना है. 18 जून से साउथम्पटन में टेस्ट फॉर्मेट का वर्ल्ड कप जीतने के लिए दोनों टीमें मैदान में उतरेंगी. लेकिन एक सवाल अभी भी ऐसा है जिसका जवाब अभी मिला नहीं है. यह सवाल है कि अगर फाइनल मैच ड्रॉ हो गया तो? या फिर यह मैच टाई हो गया तो? और सबसे बुरा बारिश या इसी कोई प्राकृतिक वजह से मैच पूरा नहीं हो पाया तो? ऐसे में कौनसी टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की विजेता बनेगी. भारतीय क्रिकेट टीम के साथ ही न्यूजीलैंड को भी इन सवालों के जवाब का इंतजार है. इस बारे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से जवाब मांगा गया है. आने वाले दिनों में आईसीसी की ओर से जवाब आने की उम्मीद है.
भारतीय क्रिकेट टीम की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक अधिकारी ने गोपनीयत की शर्त पर पीटीआई से कहा, यह टेस्ट मैच कोई साधारण द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज नहीं है. ऐसे में हमें प्लेइंग कंडीशन के बारे में जानने की जरूरत है. तीन मुख्य बिंदू हैं जिन्हें हमें जानने की जरूरत है. अगर मैच ड्रॉ, टाई या दोनों टीमों की एक-एक पारी हुए बिना ही मैच धुल गया तो क्या होगा? आईसीसी आने वाले दिनों में प्लेइंग कंडीशन के बारे में बताएगी. हम कोई तारीख नहीं बता सकते हैं लेकिन मेरा मानना है कि वे जल्द ही जानकारी भेज देंगे. अभी फाइनल मैच 18 से 22 जून के बीच शेड्यूल है.
साउथम्पटन में क्वारंटीन होगी टीम इंडिया
इधर, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच के लिए भारतीय टीम साउथम्पटन में क्वारंटीन करेगी. टीम इंडिया मुंबई से सीधे लंदन जाएगी फिर वहां से साउथम्पटन. अभी यह साफ नहीं है कि भारत के खिलाड़ियों का क्वारंटीन हार्ड होगा या सॉफ्ट. आईसीसी इवेंट होने की वजह क्वारंटीन को लेकर आईसीसी की ओर से ही जानकारी दी जाएगी. अभी भारतीय टीम को उम्मीद है कि उसे सॉफ्ट क्वांरटीन ही मिलेगा. इसके चलते खिलाड़ी ट्रेनिंग भी कर पाएंगे. हालांकि क्वारंटीन के दिनों को लेकर अभी बात हो रही है.
भारत में कोरोना के मामलों के चलते यहां से जाने वाले लोगों को अभी ब्रिटेन में हार्ड क्वारंटीन का सामना करना पड़ता है. इसे देखते हुए बीसीसीआई ने अपने खिलाड़ियों को भारत में ही एक सप्ताह के लिए क्वारंटीन करने का फैसला किया है.