इसरो का बहुचर्चित तीसरा चंद्र मिशन चंद्रयान-3 लगातार आगे बढ़ रहा है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) ने शुक्रवार को 'डीबूस्टिंग' की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली. इसरो ने बताया है कि लैंडर मॉड्यूल अच्छी स्थिति में है और सामान्य रूप से काम कर रहा है। इसरो ने अब मिशन से जुड़ा एक नया वीडियो जारी किया है जिसमें चंद्रमा का वीडियो विक्रम लैंडर के कैमरे से शूट किया गया है। विक्रम लैंडर पर एलपीडीसी सेंसर लगा है जो एक कैमरा है। इसका नाम लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा बताया गया है, जिसने चंद्रमा का नया वीडियो बनाया है.
विक्रम लैंडर के निचले हिस्से में लगा यह कैमरा अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस कैमरे की मदद से ही लैंडर अपने लिए समतल लैंडिंग जगह ढूंढ पाएगा। यानी यह कैमरा यह सुनिश्चित करेगा कि लैंडर की लैंडिंग बिल्कुल सहज हो और लैंडिंग वाली जगह ऊबड़-खाबड़ न हो. क्योंकि चंद्रमा की सतह भी ऊबड़-खाबड़ है और वहां गड्ढे भी मौजूद हैं। लेकिन लैंडिंग से पहले लैंडर पर लगे इस कैमरे ने एक वीडियो भी बनाया है जिसे इसरो ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है.
इसके अलावा इसरो ने एक और वीडियो भी शेयर किया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि लैंडर इमेजर ने चांद की कुछ तस्वीरें ली हैं जो काफी खूबसूरत हैं. इन्हें लैंडर इमेजर कैमरा-1 से लिया गया है। ये तस्वीरें 17 अगस्त को ली गई थीं. इसरो ने लिखा है कि ये तस्वीरें लैंडर मॉड्यूल के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के बाद की हैं. यानी जब लैंडर प्रोपल्शन क्राफ्ट से अलग हुआ, ये उसके बाद की तस्वीरें हैं. देखना-
ताजा अपडेट में भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया है कि लैंडर मॉड्यूल की सेहत सामान्य है और वह ठीक से काम कर रहा है. लैंडर मॉड्यूल को डीबूस्ट कर दिया गया है जिसके बाद इसकी कक्षा 113 किमी x 157 किमी तक कम हो गई है। इसरो ने कहा है कि अगला यानी दूसरा डीबूस्ट ऑपरेशन 20 अगस्त यानी कल किया जाएगा. भारतीय समय के मुताबिक ये ऑपरेशन रात 8 बजे होगा.