केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने संयुक्त बैठक में दी जानकारी, अंतरिक्ष विभाग के साथ 55 से ज्यादा स्टार्टअप्स ने रजिस्ट्रेशन किया

Update: 2022-05-19 08:42 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय अंतरिक्ष विभाग (Space Department) और ISRO को निजी क्षेत्र के लिए खोले जाने के करीब दो सालों में, 55 से ज्यादा स्टार्टअप भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और अंतरिक्ष विभाग के साथ जुड़े हैं.

बुधवार को केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने सभी विज्ञान मंत्रालयों और विभागों के साथ चौथी संयुक्त बैठक की. बैठक में उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)और अंतरिक्ष विभाग के साथ दो सालों में करीब 55 से ज्यादा स्टार्टअप्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है. भारत की आजादी के 75वें वर्ष का जश्न मनाने वाले आजादी का अमृत महोत्सव के मौके पर, इस साल 75 छात्रों के सैटेलाइटों को लॉन्च किए जाने की योजना है.
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि अब तक अंतरिक्ष विभाग और इसरो के साथ कोई और नहीं जुड़ सकता था, लेकिन दो साल पहले इन्हें निजी तौर पर खोलने की घोषणा की गई. यह केवल इसलिए संभव हो सका क्योंकि पीएम मोदी राष्ट्र के हित में कुछ अलग करने में यकीन रखते हैं.
डॉ जितेंद्र सिंह ने आगे बताया कि 55 प्रस्तावों में से 29 सैटेलाइट से संबंधित हैं, 10 स्पेस एप्लिकेशन और प्रॉडक्ट के लिए हैं, 8 लॉन्च व्हीकल से संबंधित हैं और 8 ग्राउंड सिस्टम और रिसर्च से जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के 9 प्रपोज़ल 2022-23 तक पूरा हो जाएंगे.
बैठक में अंतरिक्ष विभाग के सचिव, एस. सोमनाथ ने 75 छात्रों के सैटेलाइट उपग्रहों और आज़ादीसैट के बारे में बताया. जो इस साल लॉन्च होने वाले हैं.
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि सभी 6 S&T विभागों द्वारा साइंटिफिक एप्लिकेशन और तकनीकी समाधानों के लिए, 38 लाइन मंत्रालयों से 204 समस्याएं मिली हैं. CSIR ने उत्तर पूर्वी परिषद (NEC) की मदद से, पूर्वोत्तर राज्यों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की ज़रूरत वाली 50 समस्याओं की पहचान कर ली है.


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