अध्ययन में आया सामने: पाकिस्तान में कोरोनावायरस संक्रमण के कारण बच्चों में मृत्यु दर पूरे विश्व की तुलना में सबसे अधिक

शुरुआती वायरस के स्ट्रेन की तुलना में बाद में पाया गया स्ट्रेन अधिक संक्रामक हो सकता है।

Update: 2021-12-11 10:34 GMT

पाकिस्तान के बिगड़ते आर्थिक हालातों का असर वहां के स्वास्थ्य इंतजामों पर भी साफ देखे जा सकते हैं। एक अध्ययन में सामने आया है कि, विश्व के अन्य हिस्सों की तुलना में पाकिस्तान में कोरोनावायरस संक्रमण के कारण मृत्यु दर अधिक है। अध्ययन में शामिल शोधकर्ताओं के मुताबिक मार्च 2020 से अब तक पाकिस्तान में कोरोनावायरस के चलते 159 बच्चों की मौत हुई है। यहां बच्चों की मृत्यु का दर विश्व के अन्य देशों की तुलना में 14 फीसदी अधिक है। जो की असामान्य रूप से बहुत ज्यादा है।

14 फीसदी अधिक मृत्यु दर
आगा खान विश्वविद्यालय, कराची राष्ट्रीय हृदय रोग संस्थान, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य संस्थान ; बच्चों का अस्पताल, लाहौर; और बेनज़ीर भुट्टो अस्पताल, रावलपिंडी द्वारा किए गए एक संयुक्त अध्ययन में सामने आया है कि पश्चिमी देशों की तुलना में पाकिस्तान में बच्चों का मृत्यु दर 14 फीसदी अधिक था । पश्चिमी देशों में COVID-19 से बच्चों में मृत्यु दर एक फीसदी से भी कम दर्ज किया गया है। साथ ही अध्ययन में यह भी सामने आया है कि, पाकिस्तान में कोरोना वायरस के संक्रमित हुए सात बच्चों में से एक ने अपनी जान गवाई है।
रोगियों को ज्यादा खतरा
आगा खान विश्वविद्यालय के अध्ययन के अनुसार कुपोषण, कैंसर या हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त बच्चों में कोविड-19 से मृत्यू का खतरा अधिक था। आंकड़े बताते हैं कि युवाओं में मृत्यू का दर करीब 19.5 फीसदी है। यानी पांच में से एक संक्रमित युवा को अपनी जान गवानी पड़ी है। इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने बताया है कि अध्ययन में अधिकांश मौतें 2020 के बजाय 2021 में हुईं हैं। जिसके बाद ये अनुमान लगाया गया कि पाकिस्तान में शुरुआती वायरस के स्ट्रेन की तुलना में बाद में पाया गया स्ट्रेन अधिक संक्रामक हो सकता है।




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