लंबे समय से अंतरिक्ष में रहने का सपना देख रहे इंसानों को वैज्ञानिकों ने दी डरावनी चेतावनी
लंबे समय से अंतरिक्ष में रहने का सपना देख रहे इंसानों को वैज्ञानिकों ने डरावनी चेतावनी दी ही
लंबे समय से अंतरिक्ष में रहने का सपना देख रहे इंसानों को वैज्ञानिकों ने डरावनी चेतावनी दी ही। कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अंतरिक्ष में इंसान एक दूसरे को खाने लगेंगे। उनका कहना है कि अगर इंसान अतंरिक्ष में रहने लगता है और वहां खाने की कमी हो जाती है, तो इंसान ऐसी स्थिति में एक दूसरे को ही खाने लगेगा। इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने कई और चौंकाने वाली बातें बताई हैं।
वैज्ञानिकों का मानना है कि बृहस्पति के चंद्रमा कैलिस्टो और शनि के चंद्रमा टाइटन पर इंसानी जीवन की संभावना है। उन्होंने मंगल या चंद्रमा पर प्रयोग के तौर पर पहले कालोनी स्थापित करने की सलाह दी है, क्योंकि चुनौतियां पैदा होने पर यहां धरती से आसानी से सप्लाई को भेजा जा सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने दूसरे ग्रहों और उपग्रहों पर बसने वाली कॉलोनियों पर खाने की कमी और बीमारियों को मुख्य खतरा बताया है।
पहले जरूरी है ऐसा करना
एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी में एस्ट्रोबायोलॉजी के प्रोफेसर चार्ल्स कॉकेल का कहना है कि अंतरिक्ष में कालोनी बंसाना इंसान की मजबूरी है, क्योंकि जलवायु परिवर्तन के संकट की वजह से धरती के निर्जन होने का खतरा है। उनका कहना है कि प्रजातियों को विलुप्त होने से अच्छा है कि उनको फैलाया जाए जो एक समझदारी वाला कदम होगा। उन्होंने कहा कि अतंरिक्ष में कालोनी बसाने से पहले उनका परीक्षण करना बेहद जरूरी है।
इतिहास से लेनी चाहिए सीख
चार्ल्स कॉकेल ने कहा कि इंसान को इतिहास से सीखना चाहिए। उन्होंने एक 19वीं शताब्दी की घटना का जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि इस शदी के आखरिरी में कैप्टन सर जॉन फ्रेंकलिन का चालक दल नॉर्थ-वेस्ट पैसेज को खोजने के लिए गया। सबसे नई तकनीक से वे लैस थे, लेकिन फिर भी वो लोग खो गए। उनके पास डिब्बाबंद भोजन था, लेकिन चालक दल के सदस्यों का एक-दूसरे को खाने से अंत हुआ। इसलिए हम सभी को अतंरिक्ष में बसने से पहले परीक्षण करना चाहिए।