वैज्ञानिक डॉ रमन गंगाखेडकर SARS-CoV-2 की उत्पत्ति का लगाएंगे पता, WHO के एक्सपर्ट पैनल के लिए हुए नामित
WHO के एक्सपर्ट पैनल के लिए हुए नामित
भारत के जानेमाने महामारी वैज्ञानिक डॉ रमन गंगाखेडकर (Dr Raman Gangakhedkar) को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक एक्सपर्ट पैनल में नामित किया गया है. ये समूह कोविड-19 फैलाने वाले सार्स-सीओवी-2 वायरस समेत महामारी के रोगाणुओं की उत्पत्ति का अध्ययन करेगा. गंगाखेडकर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) में महामारी विज्ञान और संचारी रोगों के पूर्व प्रमुख हैं. बताया जा रहा है कि गंगाखेडकर को 700 आवेदनों में से चुना गया है.
इस समूह के लिए 26 लोगों को नामित किया गया है जिसमें गंगाखेडकर भी एक हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को 'नोवेल पैथोजन्स की उत्पत्ति के लिए वैज्ञानिक सलाहकार समूह' (SAGO) के प्रस्तावित सदस्यों की घोषणा की थी.यह समूह सार्स-सीओवी-2 समेत महामारी के रोगाणुओं के विकसित होने और पुन: उत्पत्ति का अध्ययन करने के लिए एक वैश्विक रूपरेखा विकसित करेगा.
कौन हैं डॉ रमन गंगाखेडकर
1958 में जन्में गंगाखेडकर पिछले साल जून में रिटायर हुए थे. वह कोरोना की पहली लगर के दौरान मीडिया की सरकारी ब्रीफिंग में ICMR का चेहरा बन गए थे. उन्होंने कोरोना महामारी के लिए नीतियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके अलावा एचआईवी पर रिसर्च में भी अहम योगदान दिया है. ICMR में अपने तार साल के कार्यकाल में कोरोना के अलावा उन्होंने केरल में निपाह वायरस के लिए बनाई नितियों में भी अहम भूमिका निभाई थी. साल 2020 में उन्हें HIV/AIDS पर रिसर्च के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
'SARS-CoV-2 की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए SAGO आखिरी मौका'
वहीं WHO के अनुसार, SARS-CoV-2 की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए SAGO दुनिया का "आखिरी मौका" है, जो कोरोनावायरस रोग (Covid-19) का कारण बनता है. इस संबंध में पिछला अध्ययन चीन की आपत्तियों के बीच बिना किसी निष्कर्ष के ही खत्म हो गया था.
समूह के लिए सभी शॉर्टलिस्ट किए गए नाम दो सप्ताह के कंसल्टेशन पीरियड से गुजरेंगे, जिसके बाद ही सलाहकार समूह की अंतिम संरचना की घोषणा की जाएगी.