एक शोध में इसका खुलासा हुआ है कि दो मास्क पहनने से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा कम रहता है और यह पूरी तरह से कारगर है। इसके लिए CDC ने भी नई गाइडलाइंस में सर्जिकल मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क पहनने की सलाह दी है। ऐसा माना जाता है कि इससे संक्रमण का खतरा बहुत कम हो जाता है। जानकारों की मानें तो इससे एयरबोर्न पार्टिकल्स के संक्रमण का खतरा कम हो जाता है, जो केवल सर्जिकल मास्क अथवा एक मास्क पहनने के कारण नहीं हो पाता है। पहला मास फिजिकल बैरियर की तरह काम करता है, तो दूसरा मास फिल्ट्रेशन का कार्य करता है। वहीं, इससे चेहरे का 90% भाग ढ़का रहता है। एक मास्क से चेहरे का केवल 50% ही सुरक्षित रहता है।
CDC की गाइडलाइंस में मास्क की डोरियों को बांधने की सलाह दी गई है। मास्क की डोरियों को पीछे बांधने से एयरबोर्न का खतरा कम हो जाता है। वहीं, मास्क की डोरियां ढीली रहने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस बारे में CDC का कहना है कि ऐसा करने से संक्रमण का खतरा 95% कम हो जाता है।
कोरोनावायरस से बचाव के लिए मास्क प्राथमिक सुरक्षा है। अगर मास्क पहनने में कोई गलती करते हैं, तो संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए लोगों को मास्क पहनते समय आवश्यक बातों का ख्याल रखना चाहिए। एक छोटी सी गलती भी आप को संक्रमित कर सकता है। इसके लिए मास्क पहनते और उतारते समय इन टिप्स को जरूर अपनाएं। -मास्क पहनने से पहले साबुन अथवा साफ पानी से अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें। हाथों को सैनिटाइज भी कर सकते हैं। इसके बाद ही मास्क को छुएं।
-मास्क पहनने से पहले एक बार चेक जरूर करें कि मास्क कहीं कटा-फटा तो नहीं है और न ही उस पर धूल-कण जमा है। -मास्क को अपने चेहरे पर अच्छी तरीके से लगाएं, ताकि मुंह, नाक और चेहरा कवर रहें। मास्क में कोई गैप न रह जाए।
-मास्क उतारने से पहले साबुन से अपने हाथों को धोएं अथवा सैनिटाइज करें। आप चाहे तो साफ पानी से भी अपने हाथों को धो सकते हैं।
-मास्क उतारने के लिए पहले डोरियों को पकड़ें और फिर डोरियों को हटाते हुए मास्क को चेहरे से उतारें।
-अगर मास्क गंदा नहीं है, तो प्लास्टिक बैग में अच्छी तरह से रख दें। अगर मास्क गंदा हो गया है, तो गर्म पानी और साबुन की मदद से धो लें।
-मास्क उतारने के बाद अपने हाथों को जरूर धोएं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।