नई दिल्ली: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के पर्सिवरेंस रोवर (Perseverance Rover) ने मंगल ग्रह की सतह पर विचित्र उलझे हुए धागे की आकृति खोजी है. नासा ने इसे उलझे हुए तारों का जमावड़ा कहा है. ये ठीक उसी तरह दिख रहा है जैसे मछली को पकड़ने वाला तार उलझने पर दिखता है.
इस विचित्र धागे की तस्वीरों की जांच काफी देर करने के बाद नासा के वैज्ञानिकों ने यह पता लगा लिया कि यह क्या है. असल में फरवरी 2021 में पर्सिवरेंस रोवर की लैंडिंग मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर में हुई थी. रोवर की लैंडिंग के समय एक बड़े पैराशूट का उपयोग किया गया था. ये उलझे हुए तारों या धागे का हिस्सा पैराशूट या बैकशेल के थर्मोकवर का हो सकता है.
पर्सिवरेंस रोवर (Perseverance Rover) के निचले हिस्से में लगे फ्रंट राइट हजार्ड एवॉयडेंस कैमरा ने इसकी तस्वीर ली थी. जिसमें आप देख सकते हैं कि इसके नीचे उलझा हुआ धागा दिख रहा है. इसके बार रोबोटिक आर्म ने नीचे की तरफ आकर उसकी क्लोज अप तस्वीर ली. ताकि यह पता किया जा सके कि आखिर ये वस्तु क्या है. जिस समय रोबोटिक आर्म इसकी तस्वीर ले रहा था, उस समय उसका टरेट एक पत्थर पर टिका था.
नासा के वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल ग्रह पर बहने वाली हवा इस उलझे हुए तारों कों पर्सिवरेंस रोवर (Perseverance Rover) के आसपास ले आई होगी. क्योंकि रोवर पैराशूट गिरने वाली जगह से काफी दूर है. यह पैराशूट के पास मिला होता तो समझ में आता. इतनी दूर कोई धागा खुद से नहीं जा सकता. क्योंकि कुछ दिन बाद ये धागा रोवर के नीचे से फिर गायब हो गया था. वह फिर हवा में उड़कर कहीं और चला गया होगा.
रोबोटिक आर्म के टरेट ने उसी पत्थर पर ड्रिलिंग करके सैंपल जमा किया था. रोबोटिक आर्म के टरेट पर कई साइंटिफिक कैमरा, मिनरल और केमिकल एनालाइजर्स लगे हैं, जो ये जांच कर रहे हैं कि मंगल ग्रह पर पहले जीवन था या नहीं. रोवर अपने पेट में कुछ सैंपल्स को जमा भी कर रहा है ताकि भविष्य में वहां से सैंपल को धरती पर लाकर जांच कर सके. मंगल ग्रह की मिट्टी और पत्थरों के सैंपल से वहां के बारे में ज्यादा जानकारी जमा कर सके.