आपने कभी 8 पैर वाला पक्षी देखा है क्या? आइए जाने अनोखे चिड़िया के बारे में

Update: 2021-04-05 12:29 GMT

आपने कभी चार पैर वाला मुर्गा देखा है क्या? या कोई ऐसा पक्षी जिसक दो से ज्यादा पैर हों. नहीं देखा होगा...इस तस्वीर में जो पक्षी दिख रहा है, इसके आठ पैर दिख रहे हैं. ये तस्वीर हैरान कर देने वाली है. ये पक्षी सिर्फ और सिर्फ अफ्रीका में पाया जाता है. आइए जानते हैं कि इस पक्षी का नाम क्या है? क्यों इस तस्वीर में इसके आठ पैर दिख रहे हैं? क्या असल में इसके आठ पैर हैं? 

ये तस्वीर है अफ्रीकन जकाना (African Jacana) पक्षी की. इसकी पहचान इसके पैरों के जरिए भी की जाती है. इसके पैर लंबे होते हैं और उसके पंजे काफी ज्यादा बड़े होते हैं. वैसे तो इनके दो ही पैर होते हैं, तो इस तस्वीर में इसके इतने ज्यादा पैर क्यों दिख रहे हैं. ये दिलचस्प कहानी है.
अफ्रीकन जकाना (African Jacana) का नर पक्षी अपने चूजों का ख्याल रखता है. वहीं अंडों को सेता है. चूजों को खाना देता है. उनकी सुरक्षा का ख्याल रखता है. अब आते हैं इसकी टांगों पर...असल में जब चूजे छोटे होते हैं, तो जकाना पक्षी इनको अपने पंखों में लपेट कर पानी की सतह से थोड़ा ऊपर उठा लेता है. चूजों का शरीर पंखों में छिपा रहता है, पैर बाहर रहते हैं. इसे देखकर लगता है कि जकाना पक्षी के कई सारे पैर लग गए हैं. 
अफ्रीकन जकाना (African Jacana) छिछली झीलों, बहने वाले पेड़-पौधों के आसपास रहता है. वैसे तो इसकी प्रजातियां कई देशों में मिलती हैं लेकिन अफ्रीकन जकाना उप-सहारा वाले इलाकों में ज्यादा मिलता है. अफ्रीका में इसे जाकानिडे (Jacanidae) कहते हैं. इसके शरीर पर कई ऐसे निशान होते हैं जिनसे यह पहचाना जाता है. 
अफ्रीकन जकाना (African Jacana) की लंबाई करीब 30 सेंटीमीटर होती है. लेकिन इनमें मादा पक्षी नर पक्षी की तुलना में आकार में बड़ी होती है. ये पक्षी कीड़े और अन्य अकशेरुकीय जीवों को खाते हैं. ये ऐसे तालाबों और जलस्रोतों के पास रहते हैं जो कम गहराई के होते हैं. जहां बड़े-बड़े पत्ते पानी के ऊपर तैरते हैं. 
अफ्रीकन जकाना (African Jacana) पक्षी के अंडे भूरे रंग के होते हैं. इनके ऊपर काली धारियां होती हैं. मादा पक्षी अंडे को तैरते हुए पत्तों पर देने के बाद अलग चली जाती है. इसके बाद शुरु होता है नर पक्षी का काम. वह चूजों को बड़े और शिकार करने लायक बनने तक सुरक्षा देता है. पालता-पोषता है. 
इसके पीछे वैज्ञानिक दो कारण बताते हैं. पहला ये है कि जिस जगह ये अंडे देते हैं वहां काफी खाने-पीने की चीजें होती हैं. मादा पक्षी अंडे देने के बाद खाने-पीने चली जाती है. दूसरा इन पक्षियों में काम को लेकर कोई भेद नहीं है. इनके नर और मादा पक्षी आपस मिलकर सारे काम करते हैं. इसलिए नर जकाना पक्षी अगर चूजों का ख्याल रखता है तो मादा सबके लिए खाने की व्यवस्था करती है.
लेकिन एक बड़ी दिक्कत होती है जकाना नर पक्षियों के साथ. अंडे देने के कुछ समय बाद मादा जकाना पक्षी अपना एक हरम बनाती है. जिसमें अंडे का ख्याल रखने वाला नर जकाना तभी तक आ सकता है, जब तक वह उसके अंडों का ख्याल रखता है. जैसे ही अंडे का ध्यान रखना पक्षी ने बंद किया, मादा किसी और नर जकाना पक्षी को खोज लेती है. 
इसके बाद नए नर जकाना पक्षी को पिछले जकाना पक्षी से संघर्ष करना पड़ता है. जो जीतता है उसे मादा जकाना पक्षी के हरम में जाने की अनुमति और संबंध बनाने की अनुमति मिलती है. फिर जैसे ही अंडे होते हैं, नर जकाना अपने काम में लग जाता है. यानी इन पक्षियों में परिवार पर बड़ा अधिकार मादा जकाना पक्षियों का होता है. 
तो अब आप समझ गए होंगे कि कैसे नर पक्षी अपने पंखों के अंदर चूजों को छिपाकर तालाब या झीलों के उपर तैर रहे पत्तों को पार कराता है. चूजे दिखते नहीं और पैर नीचे लटकते रहते हैं. इसलिए अफ्रीकन जकाना पक्षियों के ब्रीडिंग के बाद कई बार ऐसी तस्वीरें आती हैं, जिनमें दो या उससे ज्यादा पैर दिखते हैं.


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