सूर्य जैसे 'युवा तारे' में हुआ विस्फोट, 10 करोड़ साल पुराना लेकिन बेहद सक्रिय

अंतरिक्ष में सूर्य अकेला धधकता हुआ तारा नहीं है। एक नई रिसर्त के अनुसार सूर्य के एक छोटे स्वरूप ने हाल ही में किसी भी अन्य सूर्य जैसे तारे की तुलना में 10 गुना बड़ा चुंबकीय प्लाज्मा गैस का विस्फोट किया है

Update: 2021-12-11 18:09 GMT

अंतरिक्ष में सूर्य अकेला धधकता हुआ तारा नहीं है। एक नई रिसर्त के अनुसार सूर्य के एक छोटे स्वरूप ने हाल ही में किसी भी अन्य सूर्य जैसे तारे की तुलना में 10 गुना बड़ा चुंबकीय प्लाज्मा गैस का विस्फोट किया है। EK Draconis नामक तारा सिर्फ 100 मिलियन (10 करोड़) साल पुराना है। इसका मतलब है कि यह लगभग 4.5 अरब साल पहले पृथ्वी के सूरज की तरह दिखता था। बोल्डर के कोलोराडो विश्वविद्यालय के मुख्य शोधकर्ता युता नॉट्सू इसकी जानकारी दी है

रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि सूर्य कोरोनल मास इजेक्शन (CME- प्लाज्मा गैस के बुलबुले) को बाहर निकालने में सक्षम है। जो अब तक प्रत्यक्ष रूप से देखे गए किसी भी विस्फोट से बड़ा है। चूंकि हमारा सूर्य EK Draconis से ज्यादा पुराना है इसलिए यह अपेक्षाकृत ज्यादा शांत रहता है। सूर्य पर ऐसे बड़े इजेक्शन कम होते जा रहे हैं फिर भी सीएमई की ऊपरी सीमा को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि ये ऊर्जावान, चुंबकीय विस्फोट पृथ्वी के वायुमंडल के साथ परस्पर क्रिया करते हैं।
सौर तूफान पैदा कर सकता है 'घातक स्तर' का रेडिएशन
सूर्य की सतह से उठने वाले ये विस्फोट संभावित रूप से भू-चुंबकीय तूफान पैदा कर सकते हैं जो उपग्रहों को बाधित कर सकते हैं। ये ब्लैकआउट का कारण बन सकते हैं और इंटरनेट और अन्य संचार को बाधित कर सकते हैं। सीएमई चंद्रमा या मंगल पर चालक दल के मिशन के लिए एक संभावित खतरा भी हैं। नासा के मुताबिक ये सौर तूफान उच्च ऊर्जा वाले कणों की धाराएं पैदा करते हैं जो पृथ्वी की सुरक्षात्मक चुंबकीय ढाल के बाहर किसी को भी एक बार में 300,000 चेस्ट एक्स-रे के बराबर रेडिएशन के संपर्क में ला सकते हैं।
नए तारे सुपरफ्लेयर पैदा करने में ज्यादा सक्षम
नॉट्सू और उनके सहयोगियों ने 2019 में बताया कि सूर्य जैसे तारे सुपरफ्लेयर नामक विद्युत चुम्बकीय विकिरण के बड़े विस्फोट पैदा करने में सक्षम हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि युवा सूर्य जैसे तारे साप्ताहिक आधार पर सुपरफ्लेयर पैदा करते हैं। जबकि पृथ्वी के सूर्य जैसे पुराने तारे उन्हें कम पैदा करते हैं, संभवतः हर 1000 साल में एक बार। हाल ही में सूरज की सतह से पैदा हुआ सौर तूफान तेजी से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। इस तूफान की स्पीड को देखकर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के वैज्ञानिकों ने चेतावनी भी जारी की है।
Tags:    

Similar News

-->