'वैक्सीन मिक्सिंग' को लेकर बड़ा दावा - अलग-अलग टीके लगवाने से मिलती 'जबरदस्त' इम्युनिटी

एस्ट्राजेनेका या फाइजर टीकों की पहली खुराक के बाद दूसरी खुराक के रूप में मॉडर्ना या नोवावैक्स का टीका लगवाने से कोविड-19 के खिलाफ मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा होती है

Update: 2021-12-07 16:33 GMT

एस्ट्राजेनेका या फाइजर टीकों की पहली खुराक के बाद दूसरी खुराक के रूप में मॉडर्ना या नोवावैक्स का टीका लगवाने से कोविड-19 के खिलाफ मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा होती है। यह बात लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन रिपोर्ट में कही गई है। ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं के नेतृत्व में एक टीम ने पाया कि 1,070 प्रतिभागियों के अध्ययन में कोई सुरक्षा चिंता नहीं पैदा नहीं हुई।

अध्ययन में यह बात सामने आई कि एस्ट्राजेनेका या फाइजर टीकों की पहली खुराक के बाद दूसरी खुराक के रूप में मॉडर्ना या नोवावैक्स का टीका लगवाने से मजबूत प्रतिरोधक प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है जो कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में और मददगार हो सकती है। विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर मैथ्यू स्नेप ने कहा, 'इस तरह के अध्ययनों के लिए धन्यवाद, अब हमें एक और पूरी तस्वीर मिल रही है कि एक ही टीका कार्यक्रम में अलग-अलग कोविड-19 रोधी टीकों को एक साथ कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।'
भारत में कोविशील्ड के नाम से इस्तेमाल हो रहा टीका
उल्लेखनीय है कि भारत में ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका टीके का इस्तेमाल कोविशील्ड के नाम से किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कोरोना के नए स्वरूप 'ओमीक्रोन' के प्रसार की रफ्तार थामने के लिए ब्रिटेन ने मंगलवार से नए नियम लागू किए हैं, जिसके तहत भारत समेत विदेशों से यहां आने वाले किसी भी यात्री को अपनी यात्रा से 48 घंटे पहले कोविड-19 की जांच करानी होगी। ओमीक्रोन के संक्रमण के किसी भी संदिग्ध को पहले से 10 दिनों के लिए खुद से आइसोलेशन में रहने की आवश्यकता होती है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जिन्हें कोविड-रोधी टीके की पूरी खुराक दी जा चुकी है।
ब्रिटेन में अब तक ओमीक्रोन के 336 मामले
इतना ही नहीं, यात्राओं के संबंध में ब्रिटेन की 'लाल सूची' के देशों – अंगोला, बोत्सवानिया, एस्वातिनी, लेसोथो, मलावी, मोजाम्बिक, नामिबिया, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, जाम्बिया, जिम्बाब्वे- से लौट रहे ब्रिटिश और आयरिश नागरिकों को सरकारी मान्यता प्राप्त होटल में आइसोलेशन में रखने की आवश्यकता है, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका में पहली बार जांच में पाए गए 'ओमीक्रोन' के 336 मामले ब्रिटेन में दर्ज किए गए हैं।
ओमीक्रोन से संक्रमित कोई भी फिलहाल भर्ती नहीं
ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने सोमवार को 'हाउस ऑफ कॉमन्स' में एक बयान में कोविड के इस नए स्वरूप के सामुदायिक प्रसार की पुष्टि की है। उन्होंने यह भी कहा कि ओमीक्रोन से संक्रमित किसी भी व्यक्ति को अब तक अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है। साजिद जाविद ने कहा, 'ब्रिटेन में पुष्ट मामलों की संख्या 336 है - वे सभी परिभाषा के अनुसार संक्रमित हैं। कुछ एसिम्प्टमैटिक (लक्षणविहीन) हो सकते हैं, कुछ अन्य बीमार महसूस कर रहे होंगे। लेकिन मुझे जहां तक जानकारी है, उनमें से किसी को भी अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है।'
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