CU और ARIES के बीच हुआ समझौता, अब केंद्रीय विश्वविद्यालय में होंगे ये शोध
CU और ARIES के बीच हुआ समझौता
खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास कार्यों में सहयोग के लिए हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय और आर्यभट्ट अनुसंधान संस्थान अवलोकन विज्ञान (एआरआइइएस) नैनीताल के बीच शुक्रवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुआ। आनलाइन हुए इस कार्यक्रम में सीयू कार्यकारी कुलपति डाक्टर रोशन लाल शर्मा व एआरआइइएस निदेशक डा. दीपांकर बनर्जी, एआरआइईएस के अकादमिक अध्यक्ष डा. इंद्रनील चट्टोपाध्याय, सीयू के निदेशक अनुसंधान डा. प्रदीप नायर, अधिष्ठाता भौतिक और सामग्री विज्ञान स्कूल प्रो. हुम चंद, और कार्यकारी कुलसचिव हेमराज हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर उपस्थित रहे।
सीयू के भौतिक और सामग्री विज्ञान स्कूल के अधिष्ठाता प्रो. हुम चंद ने बताया कि एआरआइईएस एक प्रमुख शोध संस्थान है, जो खगोल विज्ञान, सौर भौतिकी, खगोल भौतिकी और वायुमंडलीय विज्ञान में विशेषज्ञता रखता है। यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त निकाय है। खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी, सौर विज्ञान और वातावरण विज्ञान में भविष्य के प्रयास अवलोकन सुविधाओं के निरंतर विकास के साथ-साथ इन सुविधाओं से उत्पन्न डेटा का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या दोनों पर निर्भर करते हैं। वहीं दूसरी ओर इन अनुसंधान क्षेत्र में कई परिचालन और आगामी सुविधाओं को देखते हुए में सीयू ने खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी और अंतरिक्ष विज्ञान में जनशक्ति की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्नातक (यूजी) के साथ-साथ स्नातकोत्तर (पीजी) स्तर पर एक शोध और शिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किया है। इसलिए यह समझौता ज्ञापन बहुत सहायक होगा। सीयू कार्यकारी कुलपति डा. रोशन लाल शर्मा ने कहा कि निश्चित रूप से ये एतिहासिक पल है इससे हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय के भौतिक और सामग्री विज्ञान स्कूल के शोधकर्ताओं और शैक्षणिक को काफी लाभ मिलेगा। उच्च कोटि का शोध अध्ययन होगा और आने वाले समय में केंद्रीय विश्वविद्यालय एक हस्ताक्षर बनकर उभरेगा, इस संभवना का उदय हुआ है।