अंतरिक्ष में एक और मील का पत्थर हासिल कर लिया, पहले नहीं देखी होगी धरती की ऐसी तस्वीरें
ह्यूस्टन: आप हर दिन सूरज और चांद को उगते और ढलते देखते होंगे. लेकिन कभी पृथ्वी को उगते या ढलते देखा है. तो यहां देखिए. हमारा नीला ग्रह चांद के पीछे ढल रहा है. जिसकी तस्वीर नासा (NASA) के ओरियन स्पेसक्राफ्ट ने चांद के चारों तरफ चक्कर लगाते समय उसके पीछे से ली है.
ओरियन स्पेसक्राफ्ट (Orion Spacecraft) को अर्टेमिस-1 (Artemis-1) मिशन के स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट से चंद्रमा की ओर पिछले हफ्ते भेजा गया था. ओरियन स्पेसक्राफ्ट ने 21 नवंबर 2022 को चंद्रमा के सबसे नजदीक चक्कर लगाया. उस समय चांद के सतह से उसकी दूरी 130 किलोमीटर थी.
ओरियन को चंद्रमा के पिछले हिस्से यानी अंधेरे वाले हिस्से की ओर भेजने के लिए उसका इंजन 2.30 मिनट के लिए ऑन किया गया. जैसे ही वह पीछे की तरफ तय कक्षा में पहुंचा, जिसे चंद्रमा की रेट्रोग्रेड ऑर्बिट (Retrograde Orbit) कहते हैं. तभी उसके सोलर पैनल पर लगे कैमरे ने चांद के पीछे ढलती हुई धरती की तस्वीर ली. तब ओरियन पृथ्वी से 4.32 लाख किलोमीटर दूर था. अब अगली बार इसका इंजन 25 नवंबर को ऑन किया जाएगा.
ओरियन स्पेसक्राफ्ट फिलहाल अभी जिस रेट्रोग्रेड ऑर्बिट में है. उसी में अगले एक हफ्ते रहेगा. इस ऑर्बिट में वह चंद्रमा के सबसे नजदीक 97 किलोमीटर और सबसे दूर 92,134 किलोमीटर तक जाएगा. अब तक इंसानों द्वारा इंसानों के लिए बनाया गया कोई स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष में इतनी दूर नहीं गया है. ओरियन यह दूरी 28 नवंबर को तय करेगा.
अर्टेमिस मिशन मैनेजर माइक साराफिन ने कहा कि हमारे पास इतना समय है कि हम इस दौरान SLS रॉकेट, स्पेसक्राफ्ट और ग्राउंड सिस्टम की ढंग से जांच-पड़ताल कर लेंगे. साथ ही अर्टेमिस-1 मिशन में अब तक जो कुछ भी हुआ है, उसकी सही से स्टडी कर पाएंगे. हम स्पेसक्राफ्ट के अब तक के परफॉर्मेंस से बेहद खुश हैं. इसने हमारी उम्मीदों से परे जाकर काम किया है.
माइक ने बताया कि ओरियन स्पेसक्राफ्ट पर लगे कैमरों ने चंद्रमा और रास्ते की काफी शानदार तस्वीरें ली हैं. अब आप अपनी नीली धरती की तस्वीर देखिए. जिसपर 800 करोड़ लोग रह रहे हैं. वो उतनी दूर से कितनी छोटी दिखती है. यह तस्वीर तो उस दौरान आई है, जब सभी कैमरों की जांच की जा रही थी.