Bhadrapada Amavasya पर ऐसे करें पूजा, होगी अखंड सौभाग्य की प्राप्ति

Update: 2024-09-02 12:04 GMT
Bhadrapada Amavasya ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में अमावस्या तिथि को बेहद ही खास बताया गया है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है पंचांग के अनुसार अभी भाद्रपद माह चल रहा है और इस माह की अमावस्या को भाद्रपद अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है जो कि आज यानी 2 सितंबर दिन सोमवार को पड़ी है सोमवार के दिन अमावस्या पड़ने के कारण ही इसे सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप करना उत्तम माना जाता है।
 मान्यता है कि अमावस्या तिथि पर पितरों का श्राद्ध तर्पण और पिंडदान करने से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है इसी के साथ ही अमावस्या तिथि पर भगवान शिव, माता पनार्वती, माता लक्ष्मी और श्री हरि विष्णु की पूजा अर्चना का भी विधान होता है। इस दिन अगर पवित्र नदी गंगा में स्नान किया जाए तो सभी पापों का नाश हो जाता है इसके अलावा इस दिन पीपल की पूजा कर 108 परिक्रमा करना भी उत्तम माना जाता है अमावस्या तिथि को दान पुण्य के कार्यों के लिए अच्छा माना गया है मान्यता है कि ऐसा करने से घर परिवार में सुख शांति और समृद्धि आती है। ऐसे में आज हम आपको सोमवती अमावस्या पर पूजा की संपूर्ण विधि बता रहे हैं जो आपको पुण्य प्रदान करेगी तो आइए जानते हैं।
 अमावस्या की संपूर्ण पूजा विधि
सोमवती अमावस्या के दिन महिलाएं सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद व्रत का संकल्प करें। अब गणेश जी को प्रणाम कर भगवान का अभिषेक पंचामृत से करें साथ ही गंगाजल भी अर्पित करें अब भगवान को चंदन, अक्षत और पुष्प अर्पित कर मंदिर में घी का दीपक जलाएं और पूजा के दौरान, फल, पुष्प व मिठाई का भोग लगाएं।
 इसके बाद व्रत कथा सुनें। फिर शिव पार्वती और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा कर अंत में आरती करें और नैवेद्य अर्पित करें पूजा में भूलचूक के लिए भगवान से क्षमा जरूर मांग लें। मान्यता है कि अमावस्या तिथि पर उपवास करने से पति की आयु में वृद्धि होती है साथ ही घर परिवार में सुख समृद्धि भी आती है।
Tags:    

Similar News

-->