नई दिल्ली : देशभर में इस वर्ष 25 मार्च को मनाई जाएगी। इससे एक दिन पहले फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन करने से पहले नृसिंह भगवान की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि विधिपूर्वक नृसिंह भगवान की पूजा और आरती करने से साधक को अज्ञात भय से मुक्ति मिलती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आइए जानते हैं नृसिंह भगवान की आरती।
नरसिंह भगवान की आरती
ओम जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।
स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, जनका ताप हरे॥
ओम जय नरसिंह हरे
तुम हो दिन दयाला, भक्तन हितकारी, प्रभु भक्तन हितकारी।
अद्भुत रूप बनाकर, अद्भुत रूप बनाकर, प्रकटे भय हारी॥
ओम जय नरसिंह हरे
सबके ह्रदय विदारण, दुस्यु जियो मारी, प्रभु दुस्यु जियो मारी।
दास जान आपनायो, दास जान आपनायो, जनपर कृपा करी॥
ओम जय नरसिंह हरे
ब्रह्मा करत आरती, माला पहिनावे, प्रभु माला पहिनावे।
शिवजी जय जय कहकर, पुष्पन बरसावे॥
ओम जय नरसिंह हरे
होलिका पूजन मंत्र
होलिका के लिए मंत्र- ॐ होलिकायै नम:
परमभक्त प्रह्लाद के लिए मंत्र- ॐ प्रह्लादाय नम:
भगवान नरसिंह के लिए मंत्र- ॐ नृसिंहाय न
होलिका दहन में कुछ चीजें अर्पित कर रहे हैं, तो इस मंत्र को बोलना शुभ माना जाता है।
अहकूटा भयत्रस्तैः कृता त्वं होलि बालिशैः। अतस्वां पूजयिष्यामि भूति-भूति प्रदायिनीम्।
होलिका दहन 2024 समय
इस बार होलिका दहन 24 मार्च को है। इस दिन होलिका दहन का शुभ मुहूर्त देर रात 11 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 27 मिनट तक है। होलिका दहन का समय 1 घंटे 14 मिनट का है। भद्रा पूंछ के दौरान भी होलिका दहन किया जाता है। इस दिन भद्रा पूंछ में होलिका दहन का समय शाम 06 बजकर 33 मिनट से लेकर 07 बजकर 53 मिनट तक है।