सावन का महीना शिव भक्ति के लिए जाना जाता हैं जिसमें भक्तगण उपाय कर शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने की चाहत रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन के इस महीने में शिव के अलावा राम की भी कृपा पाई जा सकती हैं। सावन के महीने में किया गया राम-नाम का जाप सुखों का आगमन करवाते हुए मनोकामनाओं की पूर्ती करवाता हैं। तो आइये जानते हैं उस उपाय के बारे में जिससे शिव के साथ मिलेगी भगवान राम की भी कृपा।
शनि, राहु, केतु जैसे अनिष्ट ग्रहों की पीड़ा से बचने के लिए सबसे सरल, सहज और व्यय शून्य उपाय है, राम नाम लेखन।लाल रंग की कलम से कम से कम 108 बार राम नाम लिखना चाहिए अथवा 108 के ही क्रम में 1008 इत्यादि बार लिखें। सावन के महीने में जो श्रीराम की पूजा करता है, वह भी शिवजी को ही प्राप्त होती है।
जब हनुमान जी राम जी को ध्याते हैं, तो वह पूजा भी शिव को ही समर्पित हुई। अगर राम नाम के लिखित जप के दौरान कम से कम 108 मनकों की माला फेरी जाए, तो वह शिव के खाते में ही जाती है और हमारा पुण्य खाता बड़ता जाता है। वैसे भी कहा गया है, ‘‘कलयुग केवल नाम अधारा, सुमिर सुमिर नर उतरहिं तारा’’, के आधार पर मानव को भगवान का सुमिरन और भजन अवश्य करना चाहिए।