देवी के इन मंत्रों से पूरी होगी मनोकामना
आरोग्य सुख दिलाने वाला देवी का मंत्र
नवरात्रि के महापर्व पर मां दुर्गा के 09 रूपों की विशेष रूप से साधना-आराधना की जाती है. मान्यता है कि देवी के इन्हीं नौ रूपों में दुनिया की सारी शक्तियां समाई हुई हैं. इसी शक्ति की विधि-विधान से साधना करने पर साधक के जीवन से जुड़ी सभी समस्याएं दूर होती हैं और माता के आशीर्वाद से उसके जीवन में किसी भी प्रकार का रोग-शोक नहीं रहता है. इस कोरोना काल में जब सेहत से लेकर आपकी सुख-समृद्धि पर संकट के बादल छाए हुए हैं तो ऐसे में इन सबसे मुक्ति और मां भगवती का आशीर्वाद पाने के लिए इस नवरात्रि अपनी मनोकामना के अनुसार ही देवी के मंत्र का जाप करें.
आरोग्य सुख दिलाने वाला देवी का मंत्र
यदि आपको इस कोरोना काल में अपनी सेहत को लेकर हर समय चिंता बनी रहती है या फिर आप किसी बीमारी से लंबे समय से जूझ रहे हैं और तमाम तरह के ईलाज के बाद आप उससे मुक्त नहीं हो पाए हैं तो इस नवरात्रि देवी भगवती के इस मंत्र की 11 माला जप नवरात्रि के नौ दिनों तक विशेष रूप से करें.
ॐ देहि सौभग्यमारोग्यम् देहि देवि परं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यषो देहि द्विषो जहि।।
संकट से मुक्ति दिलाने वाला देवी मंत्र
यदि आपको लगता है कि आपके जीवन में हर समय अकारण ही कोई न कोई संकट आ खड़ा होता है तो आप उसे दूर करने के लिए इस नवरात्रि माता के इस मंत्र का विशेष रूप से जाप करें.
ॐ सर्वस्वरूपे सर्वेषे सर्वशक्तिसमन्विते।
भयेभ्यस्त्राहि नौ दुर्गे देवि नमोस्तुते।।
पैसोंं की किल्लत दूर कराने वाला देवी मंत्र
यदि आप इन दिनों बड़ी आर्थिक दिक्कत में हैं और कठिन परिश्रम करने के बाद भी आपकी जरूरतें नहीं पूरी हो पा रही हैं तो मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का नवरात्रि के नौ दिनों तक विशेष रूप से मंत्र जाप करें.
ॐ सर्वबाधा विनिर्मुक्तो, धनधान्यसमन्विता:।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय:।।
विद्या-बुद्धि का आशीर्वाद दिलाने वाला देवी मंत्र
यदि आपको लगता है कि आपका बच्चा पढ़ाई में लगातार पिछड़ता जा रहा है और उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता है तो उसे देवी सरस्वती के साथ देवी दुर्गा का भी आशीर्वाद दिलाने के लिए नीचे दिये गये मंत्र का प्रतिदिन एक माला जप जरूर करवाएं.
ॐ धीं श्रीं हृीं क्लीं।।
शत्रु पर विजय दिलाने वाला देवी मंत्र
यदि आपको हर समय किसी ज्ञात या अज्ञात शत्रु का खतरा बना रहता है तो आपको इस नवरात्रि शक्ति की साधना करते समय नीचे दिये गये मंत्र का पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ जाप करना चाहिए.
ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा।।
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)