सनातन धर्म में व्रत त्योहारों की कोई कमी नहीं हैं एक जाता हैं तो दूसरा आता हैं सावन के आखिरी शुक्रवार के दिन वरलक्ष्मी का व्रत किया जाता हैं जो कि बेहद ही खास माना जाता हैं इस साल वरलक्ष्मी का व्रत 25 अगस्त को रखा जाएगा। इस दिन व्रत पूजन करने से धन की देवी माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
इस व्रत को वरदान प्राप्त करने वाला माना गया हैं। कहते हैं कि जो भी भक्ति भाव से वरलक्ष्मी व्रत पूजन करता हैं उसे धन संपत्ति, वैभव, संतान, सुख, सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा वरलक्ष्मी व्रत पूजन की विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
वरलक्ष्मी व्रत पूजन की संपूर्ण विधि—
आपको बता दें कि वरलक्ष्मी व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद घर की अच्छी तरह सफाई करें अब पूजन स्थल को सजाएं और गंगाजल से सभी स्थानों को पवित्र करें इसके बाद व्रत का संकल्प करते हुए घर के बाहर रंगोली बनाएं साथ ही माल ख्मी की प्रतिमा को नए वस्त्र पहनाकर उनका श्रृंगार करें।
इस पूजा को दीपावली की तरह किया जाता हैं इसलिए माता लक्ष्मी की प्रतिमा के पास भगवान गणेश की प्रतिमा भी रखें इसके बाद कलश और अक्षत से वरलख्मी का स्वागत करें। विधि विधान से देवी मां की पूजा कर माता को भोग लगाएं और उनकी आरती पढ़ें इसके बार सभी में प्रसाद का वितरण करें।