शनि जयंती कब? इस दिन बन रहे 2 शुभ संयोग, ये एक काम करने से होगा बड़ा लाभ

शनि देव जिस व्‍यक्ति पर प्रसन्‍न हो जाएं तो उसके वारे न्‍यारे कर देते हैं, वहीं उनकी नाराजगी जीवन तबाह कर देती है.

Update: 2022-05-14 02:45 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शनि देव जिस व्‍यक्ति पर प्रसन्‍न हो जाएं तो उसके वारे न्‍यारे कर देते हैं, वहीं उनकी नाराजगी जीवन तबाह कर देती है. इस बार 30 मई को शनि जयंती मनाई जाएगी और यह दिन शनि देव की कृपा पाने का सबसे अच्‍छा मौका होता है. इस दिन की गई शनि देव की पूजा और उपाय बहुत लाभ देते हैं. शनि जयंती ज्‍येष्‍ठ महीने की अमावस्‍या को पड़ रही है. इस दिन सोमवार होने से यह सोमवती अमावस्‍या होगी.

बन रहे हैं 2 शुभ योग
30 मई, शनि जयंती पर 2 बेहद शुभ योग बन रहे हैं. ये शुभ योग सुकर्मा योग और सर्वार्थ ​सिद्धि योग हैं. इन योग में भगवान शनि की विधि-विधान से पूजा करने से सारे कष्‍ट भी दूर होंगे और मनोकामनाएं भी पूरी होंगी. 30 मई को सुबह 07:12 बजे से सर्वार्थ सिद्धि योग शुरु होगा जो कि अगले दिन 31 मई को सुबह 05:24 बजे तक रहेगा. यह योग शनि देव की पूजा करने के लिए सबसे शुभ है. वहीं 30 मई के सूर्योदय से लेकर रात 11:39 बजे तक सुकर्मा योग भी रहेगा. यह योग शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए बहुत अच्‍छा माना जाता है.
शनि जयंती के दिन जरूर करें यह काम
शनि जयंती के दिन शनि देव की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए. शनि मंदिर जाकर उन्‍हें तेल, फूल, काले तिल, उड़द आदि चढ़ाने चाहिए. तेल का दीपक जलाएं. इस दिन शनि चालीसा का पाठ जरूर करें. लेकिन इसके साथ जरूरी है कि ऐसे काम जरूर करें जो शनि देव को पसंद है. जैसे- असहाय, गरीबों की मदद करें. उन्‍हें भोजन कराएं, सामर्थ्‍य के अनुसार दान दें. शनि देव कर्मों के अनुसार फल देने वाले देवता हैं, इसलिए अच्‍छे काम करना आप पर उनकी कृपा बरसाएगा. यहां तक कि ये उपाय शनि की साढ़े साती और ढैय्या तक में राहत दिलाते हैं.जनता से रिश्ता वेबडेस्क।
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