हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन नवरात्रि बेहद ही खास मानी गई हैं जो कि देवी साधना आराधना को समर्पित है इस दौरान भक्त मां दुर्गा की विधिवत पूजा करते हैं और उपवास सभी रखते हैं नवरात्रि का पर्व पूरे नौ दिनों तक चलता है और इस दौरान माता के अलग अलग रूपों की साधना आराधना की जाती है मान्यता है कि इस दौरान पूजा पाठ और व्रत करने से देवी कृपा बरसती है और कष्टों में कमी आती है।
पंचांग के अनुसार हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि का आरंभ हो जाता है इस बार यह नवरात्रि 15 अक्टूबर से आरंभ हो रही है और 28 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगी। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा शारदीय नवरात्रि से जुड़ी अन्य जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
शारदीय नवरात्रि की तारीख—
धार्मिक पंचांग के अनुसार प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर की रात 11 बजकर 24 मिनट से आरंभ होगी और 16 अक्टूबर की मध्यरात्रि 12 बजकर 32 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। शारदीय नवरात्रि का पहला व्रत 15 अक्टूबर को किया जाएगा जो रविवार के दिन पड़ रहा हैं।
शारदीय नवरात्रि पर कलश स्थापना का मुहूर्त—
शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 14 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 24 मिनट पर शुरु हो रहा है यह अगले दिन 15 अक्टूबर की शाम 6 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। इस अवधि में कलश स्थापना करना बेहद शुभ माना जाता है।