Vinayaka Chaturthi : विनायक चतुर्थी व्रत 3 जनवरी को, जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
Vinayaka Chaturthi : विनायक चतुर्थी का व्रत हर महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। पौष मास की गणेश चतुर्थी का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व विशेष होता है। मान्यता है कि इस दिन गणेश जी की आराधना करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और घर में सुख, शांति, व समृद्धि का वास होता है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए शुभ माना जाता है, जो कार्यक्षेत्र में सफल होना चाहते हैं या अपने जीवन से संकटों को दूर करना चाहते हैं।
मुहूर्त-पंचांग अनुसार, पौष, शुक्ल चतुर्थी प्रारम्भ जनवरी 03 को 01:08 ए एम पर होगी, जिसका समापन इसी दिन रात्रि में 11:39 पी एम पर होगा।
पूजा की विधि- वैनायकी चतुर्थी के दिन श्रद्धालु प्रात: काल उठकर स्नान आदि के बाद व्रत का संकल्प लेते हैं। भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीप जलाकर पूजा की जाती है। पूजा में दूर्वा, मोदक, पुष्प, चंदन और गंध आदि का उपयोग किया जाता है। वैनायकी चतुर्थी का व्रत रखने से भगवान गणेश की कृपा से श्रद्धालुओं को हर कार्य में सफलता मिलती है। इसे करने से मानसिक शांति और आत्मबल की प्राप्ति होती है।
मंत्र- इस दिन ॐ गण गणपतये नम: मंत्र का जाप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
भोग- भगवान गणेश को मोदक, लड्डू और अन्य मिठाईयों का भोग लगाया जाता है।
चंद्र दर्शन का महत्व-इस दिन चंद्र दर्शन और चंद्रमा को अर्घ्य देने का विशेष महत्व है। इस दिन भक्त गणपति बप्पा से सुख, समृद्धि और जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करेंगे।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।