Somvati Amavasya ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा को बहुत ही खास माना गया है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है। अमावस्या तिथि पूर्वजों को समर्पित होती है इस दौरान पूजा पाठ स्नान दान आदि करना उत्तम माना जाता है मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है
इस साल सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर यानी आज मनाई जा रही है। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि साल की आखिरी अमावस्या पर किन स्थानों पर दीपक जलाना शुभ माना जाता है और ऐसा करने से देवी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है तो आइए जानते हैं।
इन जगहों पर जलाएं दीपक—
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना गया है। सोमवती अमावस्या पर अगर इस दिशा में पितरों के नाम का दीपक जलाया जाए तो वे प्रसन्न हो जाते हैं और पूरे परिवार पर अपनी कृपा करते हैं। मान्यता है कि पितरों के आशीर्वाद से घर परिवार में सुख समृद्धि सदा बनी रहती है। सोमवती अमावस्या पर पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जरूर जलाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीपल में देवताओं और पितरों का वास होता है ऐसे में अगर पीपल के पास दीपक जलाया जाए तो पितरों और देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
अमावस्या तिथि पर घर के ईशान कोण में दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है ईशान कोण घर के उत्तर पूर्व की दिशा को कहा जाता है इस दिशा में देवताओं का वास होता है। मान्यता है कि अमावस्या के दिन इस जगह पर दीपक जलाने से सकारात्मकता का संचार होता है और नकारात्मकता दूर हो जाती है।