Vastu Tips: पूजा घर में भूलकर भी न रखें ये तस्वीर

Update: 2024-07-16 05:12 GMT
Vastu Tips: घर के बड़े बुजुर्ग जो इस दुनिया से जा चुके हैं, वे पितर या पूर्वज कहलाते हैं। इनके चले जाने के बाद ज्यादातर घरों में याद के तौर पर तस्वीर लगा देते हैं। जानकारी ना होने की वजह से परिजन पूर्वजों की तस्वीर को मंदिर में रख देते हैं या फिर किसी दीवार पर लटका देते हैं, शास्त्रों में ऐसा करने की मनाही है। पूर्वज भी देवताओं के समान होते हैं लेकिन पूर्वजों को देवताओं के स्थान पर नहीं रखना चाहिए, ऐसा करने से देवता नाराज हो जाते हैं। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि पूर्वजों की तस्वीर को घर में जरूर रखना चाहिए लेकिन उसके लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। गलत दिशा या जगह पर अगर पितरों की तस्वीर लगाएंगे तो घर में सुख-शांति के बजाय कलह शुरू हो जाती है, घर के सदस्यों का आपसी प्रेम खत्म हो जाता है। आइए जानते हैं पूर्वजों की तस्वीरों को
कहां
रखनी चाहिए...
इन स्थानों पर ना लगाएं पितरों की तस्वीर
पितरों की तस्वीरों को घर के ब्रह्म स्थान अर्थात मध्य स्थान पर नहीं लगाना चाहिए। इसके साथ ही पूर्वजों की तस्वीर को कभी भी, लिविंग रूम, बेडरूम या किचन आदि स्थानों पर नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से पितर नाराज हो जाते हैं और सुख-समृद्धि में कमी आती है।
इसलिए पूजा घर में ना रखें पितरों की तस्वीर
पूर्वजों को देवताओं के समान माना गया है लेकिन पूजा घर में पितरों की तस्वीर रखना वर्जित बताया गया है। पितरों की तस्वीर पूजा घर में रखने से देवतागण नाराज हो जाते हैं और देव दोष भी लगता है। शास्त्रों में बताया गया है कि पितर भी देवताओं की तरह समर्थवान और आदरणीय होते हैं फिर भी पितर और देवताओं का स्थान अलग-अलग है। एक जगह दोनों को रखने से किसी का भी आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता।
पितरों के साथ पूजा घर में इनकी तस्वीर भी ना रखें
पितरों की तरह ही पूजा घर में कभी भी जीवित लोगों की तस्वीर नहीं लगाना चाहिए, ऐसा करने से उस व्यक्ति की आयु कम हो सकती है और जीवन में कई तरह परेशानियां बनी रहती हैं। पितरों की तस्वीरों को कभी उस स्थान पर ना लगाएं, जहां आते-जाते लोगों की नजर पड़े। ज्यादातर लोग ऐसे ही स्थानों पर पूर्वजों की तस्वीर लगाना पसंद करते हैं, जो कि गलत है।
इन लोगों के साथ ना लगाएं पितरों की तस्वीर
पितरों की तस्वीरों को कभी भी जीवित लोगों के साथ नहीं लगाना चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि जिस व्यक्ति के साथ पितरों की तस्वीर होती है, उन पर negativeप्रभाव पड़ता है। ऐसे व्यक्ति के अंदर जीवन जीने की इच्छा कम होने लगती है और धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो जाता है।
एक से ज्यादा ना हो तस्वीर
अक्सर देखा जाता है कि घरों में कई जगहों पर पूर्वजों की तस्वीर लगी रहती हैं, ऐसा करने गलत है। एक पूर्वज की पूरे घर में केवल एक ही तस्वीर होना चाहिए। कई जगहों पर तस्वीर होने से पितर रुष्ट हो जाते हैं, जिससे उनकी कृप दृष्टि नहीं प्राप्त होती। साथ ही घर में भी क्लेश बढ़ने लगता है।
इस दिशा में लगाएं पितरों की तस्वीर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पितरों की तस्वीरों को हमेशा उत्तर दिशा की ओर लगाना चाहिए ताकि उनकी दृष्टि दक्षिण दिशा की ओर रहे। दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना गया है इसलिए उत्तर की तरफ तस्वीर लगाने से उनका मुख दक्षिण की तरफ रहता है। आप ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) या फिर ऐसे स्थान पर भी तस्वीर लगा सकते हैं, जो दिशा दोष से मुक्त हो।
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